Table of Contents
Toggleटर्म इंश्योरेंस हर परिवार के लिए क्यों जरूरी है?
टर्म इंश्योरेंस: क्यों हर परिवार को चाहिए टर्म इंश्योरेंस? जानें कब और कैसे!” यह सवाल आज के समय हर युवा के लिए जरूरी है । आज के दौर में, जब जीवन अनिश्चितताओं से भरा है, हर परिवार के लिए टर्म इंश्योरेंस लेना न केवल एक समझदारी भरा कदम है बल्कि एक आवश्यक वित्तीय सुरक्षा कवच भी है। टर्म इंश्योरेंस आपके परिवार को आर्थिक संकट से बचाने का सबसे प्रभावी और किफायती तरीका है।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के अनुसार, भारत में 70% से अधिक परिवारों का मुख्य आय स्रोत एक व्यक्ति होता है। अगर यह व्यक्ति अचानक दुनिया छोड़ दे, तो परिवार की आर्थिक स्थिति डगमगा सकती है। टर्म इंश्योरेंस इस जोखिम को कम करता है।
खासकर यह युवा वर्ग के लिए और भी ज़्यादा ज़रूरी हो जाता है, जिन पर कर्तव्यों की ज़िम्मेदारियाँ होती हैं, जैसे माँ और पिता की देखभाल की ज़िम्मेदारी, बच्चों की पढ़ाई का खर्च, और विभिन्न प्रकार के लोन की ईएमआई आदि।
इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि टर्म इंश्योरेंस क्यों जरूरी है, कब, कितना और कैसे लेना चाहिए, किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और कब रेक्टिफाई करना चाहिए।

टर्म इंश्योरेंस क्या होता है, और इसका महत्व ?
टर्म इंश्योरेंस एक ऐसा जीवन बीमा प्लान है जो बीमित व्यक्ति की आकस्मिक मृत्यु पर उसके परिवार को एक निश्चित राशि का आर्थिक लाभ प्रदान करता है। यह लाभ परिवार की वित्तीय जरूरतों को पूरा करने, कर्ज चुकाने, बच्चों की शिक्षा और अन्य महत्वपूर्ण खर्चों के लिए उपयोगी होता है। यहाँ यह बात ध्यान देने योग्य है की यह कोई निवेश नहीं है, बीमा अवधि पूरी होने के बाद कोई रिटर्न नहीं मिलता है ।

टर्म इंश्योरेंस क्यों जरूरी है?
आर्थिक सुरक्षा: परिवार के मुखिया के आकस्मिक निधन पर परिवार की आर्थिक स्थिति डगमगा जाती है, बच्चों की पढ़ाई ,लोन का ईएमआई और घर चलना मुश्किल हो जाता है। टर्म इंश्योरेंस इस स्थिति में परिवार को आर्थिक रूप से मजबूत बनाता है।
आय का विकल्प: यह आपके परिवार के लिए आपके खोए हुए आय का विकल्प बनता है, जिससे वे अपनी जीवनशैली बनाए रख सकें।
लोन सेटेलमेंट : घर के कर्ज या अन्य वित्तीय दायित्वों को पूरा करने में मदद करता है, जिससे परिवार को अतिरिक्त बोझ नहीं उठाना पड़ता।
बीमित के नहीं रहने पर भविष्य की योजनाओं की पूर्ति: बच्चों की शिक्षा, विवाह और अन्य जीवन के बड़े खर्चों के लिए धन उपलब्ध कराता है।

कब और कितना टर्म इंश्योरेंस लेना चाहिए?
सही समय: जितना जल्दी उतना बेहतर
वित्तीय विशेषज्ञों के अनुसार, टर्म इंश्योरेंस खरीदने का सबसे अच्छा समय आपकी 20 या 30 की उम्र होती है। इस उम्र में प्रीमियम कम होता है और कवर अधिक मिलता है5।
कवर राशि का निर्धारण
आमतौर पर सलाह दी जाती है कि टर्म इंश्योरेंस कवर आपकी वार्षिक आय का 15 से 20 गुना होना चाहिए। उदाहरण के लिए, यदि आपकी वार्षिक आय ₹10 लाख है, तो आपको ₹1.5 करोड़ से ₹2 करोड़ का कवर लेना चाहिए।
कवर राशि तय करते समय निम्न बातों का ध्यान रखें:
परिवार में आश्रितों की संख्या और उनकी वित्तीय जरूरतें
मौजूदा और भविष्य के कर्ज
बच्चों की शिक्षा और विवाह के खर्च
परिवार की जीवनशैली और भविष्य की योजनाएं
पॉलिसी अवधि
पॉलिसी अवधि आपकी वित्तीय जिम्मेदारियों के अनुसार होनी चाहिए। आमतौर पर यह 20 से 30 वर्ष तक हो सकती है।
पॉलिसी की अवधि इतनी हो कि आपकी आर्थिक जिम्मेदारियां पूरी हो सकें और परिवार को लंबे समय तक सुरक्षा मिले5।
टर्म इंश्योरेंस लेते समय किन बातों का ध्यान रखें?
क्लेम सेटलमेंट रेशियो: कंपनी का क्लेम सेटलमेंट रेशियो देखें। उच्च रेशियो वाली कंपनी से इंश्योरेंस लेना बेहतर होता है, जिससे क्लेम में दिक्कत न हो।
प्रीमियम की स्थिरता: पॉलिसी के प्रीमियम को समझें और सुनिश्चित करें कि वह आपकी आय के अनुसार हो ताकि भुगतान में कोई समस्या न हो।
अतिरिक्त राइडर्स: दुर्घटना मृत्यु, गंभीर बीमारी आदि के लिए अतिरिक्त कवर लेने पर विचार करें।
स्वास्थ्य जांच: पॉलिसी खरीदते समय सही और पूरी जानकारी दें। गलत जानकारी से क्लेम रद्द हो सकता है।
पॉलिसी की शर्तें: पॉलिसी की सभी शर्तें ध्यान से पढ़ें, खासकर क्लेम प्रक्रिया और अस्वीकार के कारणों को समझें।
कब और क्यों रेक्टिफाई (सुधार) करना चाहिए?
यदि पॉलिसी में कोई गलती हो, जैसे नाम, उम्र या अन्य विवरण गलत दर्ज हो गए हों, तो तुरंत रेक्टिफाई करवाना चाहिए।
स्वास्थ्य संबंधी जानकारी में गलती हो तो उसे सुधारना जरूरी है ताकि क्लेम के समय समस्या न आए।
पॉलिसी की शर्तों में बदलाव या कवर राशि बढ़ाने के लिए भी रेक्टिफाई की जरूरत पड़ सकती है।
रेक्टिफाई समय पर न करने पर क्लेम रिजेक्ट होने का खतरा रहता है, जिससे परिवार को आर्थिक नुकसान हो सकता है।
टर्म इंश्योरेंस के फायदे – एक नजर
सस्ती प्रीमियम दरें: अन्य जीवन बीमा योजनाओं की तुलना में टर्म इंश्योरेंस का प्रीमियम काफी किफायती होता है।
उच्च कवर राशि: कम प्रीमियम में ज्यादा कवर मिलता है।
सरल प्रक्रिया: खरीदने और क्लेम करने की प्रक्रिया सरल होती है।
आर्थिक स्थिरता: परिवार को आर्थिक संकट से बचाता है।
लचीला विकल्प: अपनी जरूरत के अनुसार कवर राशि और अवधि चुन सकते हैं।
विशेषज्ञों की राय
अलोक मिश्रा, एक अनुभवी बीमा लेखक कहते हैं, “टर्म इंश्योरेंस जीवन की अनिश्चितताओं के खिलाफ परिवार की पहली पंक्ति की सुरक्षा है। सही समय पर सही कवर लेना हर परिवार की प्राथमिकता होनी चाहिए”।
भास्कर सिन्हा, बीमा विशेषज्ञ, कहते हैं, “क्लेम सेटलमेंट रेशियो और कंपनी की विश्वसनीयता पर ध्यान देना जरूरी है। इससे परिवार को समय पर और बिना किसी बाधा के आर्थिक सहायता मिलती है”।
निष्कर्ष
टर्म इंश्योरेंस हर परिवार के लिए जरूरी है क्योंकि यह अनिश्चितताओं के बीच आपके परिवार की आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित करता है। सही समय पर, सही राशि का और विश्वसनीय कंपनी से टर्म इंश्योरेंस लेना आपके परिवार के भविष्य को सुरक्षित बनाता है। इसे टालना या नजरअंदाज करना वित्तीय सुरक्षा की दृष्टि से जोखिम भरा हो सकता है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
टर्म इंश्योरेंस कब लेना चाहिए?
जितनी जल्दी हो सके, खासकर 20-30 वर्ष की उम्र में लेना बेहतर होता है क्योंकि प्रीमियम कम होता है और कवर अधिक मिलता है।
कितना कवर लेना चाहिए?
आम तौर पर आपकी वार्षिक आय का 15 से 20 गुना कवर लेना चाहिए, लेकिन यह आपकी वित्तीय जिम्मेदारियों के आधार पर अलग हो सकता है।
क्या टर्म इंश्योरेंस में कोई निवेश लाभ होता है?
टर्म इंश्योरेंस केवल सुरक्षा प्रदान करता है, इसमें निवेश या बचत का कोई विकल्प नहीं होता।
क्लेम रिजेक्शन से कैसे बचें?
सही और पूरी जानकारी देना, पॉलिसी की शर्तें समझना और समय-समय पर पॉलिसी की जानकारी अपडेट करना जरूरी है।
क्या टर्म इंश्योरेंस की अवधि बढ़ाई जा सकती है?
कुछ पॉलिसी में अवधि बढ़ाने का विकल्प होता है, लेकिन इसके लिए कंपनी की शर्तें और प्रीमियम बढ़ सकता है।
1 करोड़ टर्म इंश्योरेंस के लिए प्रीमियम क्या है?
1 करोड़ टर्म इंश्योरेंस का प्रीमियम कई कारकों पर निर्भर करता है, जैसे उम्र, स्वास्थ्य, धूम्रपान की आदत, और पॉलिसी की अवधि। सामान्य तौर पर, युवा और स्वस्थ व्यक्तियों के लिए प्रीमियम कम होता है। उदाहरण के लिए, 30 वर्षीय स्वस्थ, गैर-धूम्रपानी पुरुष के लिए 30 साल की पॉलिसी अवधि के साथ 1 करोड़ का टर्म इंश्योरेंस प्रीमियम लगभग 10,000-15,000 रुपये प्रति वर्ष हो सकता है। अगर उम्र 40 वर्ष हो, तो प्रीमियम बढ़कर 20,000-25,000 रुपये सालाना हो सकता है। ऑनलाइन खरीदने पर प्रीमियम कम होता है, क्योंकि इसमें एजेंट कमीशन शामिल नहीं होता। राइडर्स जैसे क्रिटिकल इलनेस या एक्सीडेंटल डेथ बेनिफिट जोड़ने पर प्रीमियम बढ़ सकता है। प्रीमियम की सटीक गणना के लिए पॉलिसीएक्स या बैंकबाजार जैसे ऑनलाइन कैलकुलेटर का उपयोग करें। यह सुनिश्चित करें कि प्रीमियम आपके बजट में फिट हो और कंपनी का क्लेम सेटलमेंट रेशियो 98% से अधिक हो।
टर्म इंश्योरेंस कितने साल का होता है?
टर्म इंश्योरेंस की अवधि आपकी जरूरतों और उम्र के आधार पर चुनी जा सकती है, जो आमतौर पर 5 से 40 साल तक होती है। कुछ कंपनियां 85 साल की उम्र तक कवरेज प्रदान करती हैं। उदाहरण के लिए, 25 वर्षीय व्यक्ति 35 साल की पॉलिसी ले सकता है, जो उसे 60 साल की उम्र तक कवर करेगी। अगर आप 30 साल के हैं और बच्चों की शिक्षा या लोन चुकाने के लिए कवरेज चाहिए, तो 20-30 साल की अवधि उपयुक्त हो सकती है। युवा उम्र में लंबी अवधि चुनना बेहतर है, क्योंकि प्रीमियम कम होता है। रिटायरमेंट तक कवरेज सुनिश्चित करने के लिए अपनी आयु और वित्तीय जिम्मेदारियों को ध्यान में रखें।
सबसे अच्छा टर्म लाइफ इंश्योरेंस कौन सा है?
सबसे अच्छा टर्म इंश्योरेंस आपकी जरूरतों, बजट, और कंपनी की विश्वसनीयता पर निर्भर करता है। LIC, HDFC Life, ICICI Pru, और Max Life जैसी कंपनियां उच्च क्लेम सेटलमेंट रेशियो (98% से अधिक) के लिए जानी जाती हैं। उदाहरण के लिए, HDFC Life Click 2 Protect Super राइडर्स जैसे क्रिटिकल इलनेस और प्रीमियम छूट प्रदान करता है। ICICI Pru iProtect Smart 34 गंभीर बीमारियों के लिए कवरेज देता है। पॉलिसी चुनते समय क्लेम सेटलमेंट रेशियो, प्रीमियम, राइडर्स, और पॉलिसी की शर्तें जांचें। ऑनलाइन तुलना प्लेटफॉर्म जैसे पॉलिसीएक्स या बैंकबाजार से योजनाओं की तुलना करें। सही पॉलिसी वही है जो आपकी वित्तीय जिम्मेदारियों को कवर करे और प्रीमियम आपके बजट में हो।
अपने परिवार के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए आज ही ऑनलाइन टर्म इंश्योरेंस योजनाओं की तुलना करें और सही पॉलिसी चुनें। टर्म इंश्योरेंस आपके परिवार की आर्थिक सुरक्षा का आधार है। इसे समझदारी से चुनें और अपने परिवार के भविष्य को सुरक्षित बनाएं।
दीपक चौधरी एक उभरते हुए लेखक हैं, जिन्हें लेखन के क्षेत्र में चार वर्ष का अनुभव है। वे वित्तीय और सामाजिक विषयों पर गहन लेख लिखते हैं। उनकी लेखन शैली सरल, प्रभावी और पाठकों को प्रेरित करने वाली है। दीपक ने विभिन्न पत्रिकाओं और ऑनलाइन मंचों में अपनी रचनाएँ प्रकाशित की हैं।
Heat-Related Health Issues in Children and Elderly: सावधानी और उपचार

दीपक चौधरी एक अनुभवी संपादक हैं, जिन्हें पत्रकारिता में चार वर्षों का अनुभव है। वे राजनीतिक घटनाओं के विश्लेषण में विशेष दक्षता रखते हैं। उनकी लेखनी गहरी अंतर्दृष्टि और तथ्यों पर आधारित होती है, जिससे वे पाठकों को सूचित और जागरूक करते हैं।