रेखा गुप्ता बनीं दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री: भाजपा की ऐतिहासिक जीत
दिल्ली की राजनीति में बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नेता रेखा गुप्ता को दिल्ली का नया मुख्यमंत्री चुना गया है। यह चुनाव भाजपा की जबरदस्त जीत और आम आदमी पार्टी (आप) की हार के बाद हुआ। 27 साल बाद भाजपा ने दिल्ली की सत्ता में वापसी की है और पहली बार राज्य को एक महिला मुख्यमंत्री मिली है।
रेखा गुप्ता का राजनीतिक सफर
रेखा गुप्ता दिल्ली की राजनीति में एक प्रतिष्ठित चेहरा रही हैं। वह भारतीय जनता पार्टी की एक सशक्त महिला नेता हैं और शालीमार बाग विधानसभा सीट से विधायक हैं। इससे पहले, वह भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष रह चुकी हैं और दिल्ली नगर निगम (MCD) में भी महत्वपूर्ण पदों पर काम कर चुकी हैं।
उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से उच्च शिक्षा प्राप्त की और छात्र राजनीति में भी सक्रिय रहीं। भाजपा के साथ उनका जुड़ाव कई दशकों पुराना है, और उन्होंने पार्टी संगठन में कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाई हैं। उनके अनुभव और जमीनी पकड़ ने उन्हें इस पद तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025: भाजपा की बड़ी जीत
2025 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 48 सीटें जीतकर स्पष्ट बहुमत हासिल किया, जबकि आम आदमी पार्टी को केवल 22 सीटें मिलीं। कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला।
रेखा गुप्ता ने शालीमार बाग विधानसभा क्षेत्र से आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार वंदना कुमारी को 29,595 वोटों से हराया। यह जीत उनकी लोकप्रियता और भाजपा के प्रति जनता के बढ़ते समर्थन का प्रतीक है।
मुख्यमंत्री पद के लिए रेखा गुप्ता का चयन कैसे हुआ?
चुनाव में जीत के बाद भाजपा के अंदर मुख्यमंत्री पद के लिए कई नाम चर्चा में थे, जिनमें आशीष सूद, जितेंद्र महाजन और विजेंद्र गुप्ता प्रमुख थे। लेकिन भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने रेखा गुप्ता के अनुभव और जनाधार को देखते हुए उन्हें इस पद के लिए चुना।
पार्टी की विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से रेखा गुप्ता को नेता चुना गया। इसके बाद उन्होंने उपराज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया। शपथ ग्रहण समारोह गुरुवार को होने की संभावना है।
भविष्य की चुनौतियाँ और प्राथमिकताएँ
मुख्यमंत्री बनने के बाद रेखा गुप्ता के सामने कई चुनौतियाँ होंगी। दिल्ली की जनता उनसे परिवहन, जल संकट, वायु प्रदूषण, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे मुद्दों पर ठोस कदम उठाने की उम्मीद कर रही है।
भाजपा सरकार की प्राथमिकताएं होंगी:
- प्रदूषण नियंत्रण: दिल्ली में वायु गुणवत्ता सुधारने के लिए सख्त कदम उठाना।
- स्वास्थ्य और शिक्षा: सरकारी अस्पतालों और स्कूलों की स्थिति में सुधार।
- यातायात और परिवहन: सार्वजनिक परिवहन को अधिक सुलभ और सुविधाजनक बनाना।
- बिजली और पानी: जनता को 24 घंटे बिजली और स्वच्छ जल उपलब्ध कराना।
- महिला सुरक्षा: दिल्ली में महिलाओं की सुरक्षा के लिए ठोस योजनाएँ लागू करना।
राजनीतिक मायने और असर
भाजपा की इस जीत को दिल्ली की राजनीति में बड़े बदलाव के रूप में देखा जा रहा है। 2013 के बाद से आम आदमी पार्टी का दबदबा था, लेकिन इस बार जनता ने बदलाव का मन बना लिया।
इस जीत का असर आगामी लोकसभा चुनावों पर भी पड़ सकता है, क्योंकि दिल्ली भाजपा के लिए हमेशा से एक चुनौतीपूर्ण क्षेत्र रहा है। रेखा गुप्ता के नेतृत्व में भाजपा की सरकार कितना बेहतर प्रदर्शन कर पाती है, यह आने वाले समय में साफ हो जाएगा।
निष्कर्ष
रेखा गुप्ता का मुख्यमंत्री बनना न केवल दिल्ली की राजनीति के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह महिला सशक्तिकरण की दिशा में भी एक बड़ा कदम है। भाजपा ने पहली बार किसी महिला को दिल्ली की बागडोर सौंपी है, और जनता को उनसे काफी उम्मीदें हैं।
अब देखने वाली बात होगी कि वह अपनी सरकार के वादों को कैसे पूरा करती हैं और दिल्ली के विकास को नई दिशा देने में कितनी सफल होती हैं।
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