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ToggleE Paper 4 May 2025- D Insight News
भारत ने पाकिस्तान से सभी आयात पर लगाई पाबंदी: क्या होगा असर?
भारत-पाकिस्तान व्यापार पर पूरी तरह रोक
E Paper 5 May 2025 – भारत सरकार ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान से सभी प्रकार के प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष आयात पर तत्काल प्रभाव से पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। विदेश व्यापार नीति 2023 में संशोधन कर यह कदम राष्ट्रीय सुरक्षा और सार्वजनिक नीति के हित में उठाया गया है7812। अब पाकिस्तान से कोई भी वस्तु-चाहे वह सीधे आए या किसी तीसरे देश के जरिए-भारत में नहीं आ सकेगी1011।
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर सीधा असर
भारत के इस फैसले से पहले से ही संकट में चल रही पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था को बड़ा झटका लगेगा। पाकिस्तान के सीमेंट, फल, सेंधा नमक, और अन्य उत्पादों के निर्यात पर सीधा असर पड़ेगा, जिससे वहां के कारोबारियों को भारी वित्तीय नुकसान होगा712। विशेषज्ञों के मुताबिक, इससे पाकिस्तान में बेरोजगारी और महंगाई और बढ़ सकती है, क्योंकि भारत उसका एक अहम बाजार रहा है7।
भारतीय बाजार और घरेलू उद्योग को मिलेगा बढ़ावा
इस बैन के बाद भारत में पाकिस्तानी वस्तुओं के विकल्प के तौर पर घरेलू उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा। व्यापारिक संगठनों ने इस फैसले का स्वागत किया है और भारतीय निर्माताओं से स्वदेशी विकल्प विकसित करने की अपील की है8। यह कदम ‘आत्मनिर्भर भारत’ की दिशा में भी अहम माना जा रहा है।
निष्कर्ष
भारत की यह ‘इकोनॉमिक सर्जिकल स्ट्राइक’ पाकिस्तान को आर्थिक मोर्चे पर घेरने के साथ-साथ राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति सख्त संदेश भी देती है7911। दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंध अब पूरी तरह ठप हो गए हैं, और इसका असर पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर लंबे समय तक दिख सकता है।
कड़ी पाबंदियों के बीच आज NEET परीक्षा, 10 जिलों में सख्त निगरानी
NEET 2025 Exam Day: सुरक्षा, गाइडलाइंस और छात्रों पर असर
आज पूरे प्रदेश के 10 जिलों में NEET UG 2025 परीक्षा कड़ी सुरक्षा और सख्त नियमों के साथ आयोजित हो रही है। करीब 22 लाख से अधिक छात्र देशभर के 5453 केंद्रों पर परीक्षा दे रहे हैं, जिसमें प्रदेश के 10 जिलों में भी परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं243।
सख्त सुरक्षा और मॉनिटरिंग
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तीन स्तरीय निगरानी: जिला, राज्य और केंद्र स्तर पर अधिकारी तैनात हैं, CCTV और जैमर से निगरानी की जा रही है4।
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हर केंद्र पर पुलिस बल, वीडियोग्राफी और बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन अनिवार्य है35।
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1:30 बजे के बाद किसी भी छात्र को प्रवेश नहीं मिलेगा, परीक्षा दोपहर 2 से 5 बजे तक चलेगी53।
गाइडलाइंस और ड्रेस कोड
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एडमिट कार्ड, फोटोयुक्त आईडी और पासपोर्ट साइज फोटो अनिवार्य21।
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भारी कपड़े, जूते, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स, पेन, कागज, आभूषण आदि परीक्षा केंद्र में प्रतिबंधित हैं13।
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पेन केंद्र पर ही मिलेगा, पारदर्शी पानी की बोतल लाने की अनुमति3।
छात्रों पर असर
कड़ी पाबंदियों के चलते छात्रों में तनाव और सतर्कता दोनों बढ़ी है। सुरक्षा की वजह से परीक्षा निष्पक्ष और पारदर्शी हो रही है, लेकिन प्रवेश प्रक्रिया और कड़े नियमों से छात्रों को अतिरिक्त तैयारी करनी पड़ रही है।
निष्कर्ष:
NEET परीक्षा आज प्रदेश के 10 जिलों में सख्त पाबंदियों और सुरक्षा व्यवस्था के बीच आयोजित हो रही है, जिससे निष्पक्षता और पारदर्शिता बनी रहेगी, लेकिन छात्रों को नियमों का सख्ती से पालन करना जरूरी है413।
देश के 25 राज्यों में आंधी-तूफान और बारिश का अलर्ट: असर और अपडेट
देशभर में मौसम का बड़ा बदलाव: तापमान गिरा, जनजीवन प्रभावित
देश के 25 राज्यों में मौसम विभाग ने आंधी-तूफान और बारिश का अलर्ट जारी किया है। मध्य प्रदेश और राजस्थान में तापमान 10 डिग्री तक गिर गया है, जिससे लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली है36। राजस्थान के 12 जिलों में तेज आंधी और बारिश के चलते कई जगह पेड़ और बिजली के पोल गिरने की घटनाएं सामने आईं, जिससे यातायात और बिजली आपूर्ति बाधित हुई36।
दिल्ली-NCR में बारिश-तूफान का असर
दिल्ली-NCR में पिछले 2 दिनों से बारिश और तेज हवाओं के कारण मौसम सुहाना हो गया है17। शुक्रवार को आंधी-तूफान के चलते इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 40 फ्लाइट्स कैंसिल और 100 से ज्यादा फ्लाइट्स लेट हो गईं, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा47। कई ट्रेनें भी प्रभावित हुईं और कई जगह पेड़ गिरने से सड़क यातायात बाधित हुआ7।
बिहार और अन्य राज्यों में अलर्ट
बिहार के 25 जिलों में अगले 5 दिनों तक आंधी, ओलावृष्टि और भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी है2। किसानों को फसलों के नुकसान की चिंता सताने लगी है, वहीं आम नागरिकों से घर में रहने की अपील की गई है2।
मौसम विभाग का कहना है कि अगले कुछ दिन देश के कई हिस्सों में बारिश और आंधी-तूफान का सिलसिला जारी रह सकता है, जिससे तापमान में और गिरावट आएगी और लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी13।
सोनभद्र में पहलगाम हमले से जुड़ी पोस्ट साझा करने पर शिक्षिका निलंबित का क्षेत्रीय और राष्ट्रीय असर
क्या हुआ?
उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में एक सरकारी प्राथमिक विद्यालय की सहायक शिक्षिका जेबा अफरोज को हाल ही में पहलगाम आतंकी हमले से जुड़ी एक विवादास्पद और आपत्तिजनक सोशल मीडिया पोस्ट साझा करने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। इस पोस्ट में 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर उनकी टिप्पणी शामिल थी, जिसने स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा शुरू कर दी13।
क्यों हुई कार्रवाई?
बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) मुकुल आनंद पांडे ने स्पष्ट किया कि शिक्षिका की यह टिप्पणी सरकारी कर्मचारी की आचार संहिता का उल्लंघन है और एक शिक्षक की गरिमा के खिलाफ है। इसके अलावा, शिक्षिका ने आगरा में एक मुस्लिम युवक की हत्या को लेकर भी विवादास्पद टिप्पणी की थी। प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जेबा अफरोज को निलंबित कर दिया और पूरे मामले की जांच के लिए खंड शिक्षा अधिकारी (BEO) को 15 दिन के भीतर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया13।
क्या है मामले का व्यापक असर?
इस मामले ने सोशल मीडिया पर सरकारी कर्मचारियों द्वारा संवेदनशील मुद्दों पर दी जाने वाली प्रतिक्रिया और उन पर लागू अनुशासनात्मक नियमों पर बहस छेड़ दी है। साथ ही, यह मामला शिक्षकों और अन्य सरकारी कर्मचारियों को यह याद दिलाता है कि सार्वजनिक पद पर रहते हुए सोशल मीडिया के उपयोग में संयम और संवेदनशीलता बरतनी चाहिए। मामले की जांच के बाद आगे की कार्रवाई पर पूरे देश की निगाहें टिकी हैं136।
हमले के बिना ही दुश्मन की कमर तोड़ रहा भारत: आर्थिक-रणनीतिक फैसलों का असर
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ बिना किसी सीधे सैन्य हमले के ही ऐसे ताबड़तोड़ फैसले लिए हैं, जो दुश्मन की कमर तोड़ने का काम कर रहे हैं। ये फैसले सिर्फ गोली-बम तक सीमित नहीं, बल्कि आर्थिक, राजनयिक और कूटनीतिक स्तर पर पाकिस्तान को सबसे गहरी चोट पहुंचा रहे हैं।
कड़े आर्थिक और राजनयिक कदम
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सिंधु जल समझौते का स्थगन: 1960 से चले आ रहे इस ऐतिहासिक समझौते को भारत ने हमले के अगले ही दिन स्थगित कर दिया। इसका सीधा असर पाकिस्तान की कृषि और जल संसाधनों पर पड़ रहा है।
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विमानन और जहाजों पर प्रतिबंध: पाकिस्तानी विमानों और जहाजों के लिए भारतीय एयरस्पेस और बंदरगाहों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, जिससे पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को भारी झटका लगा है।
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वीजा और राजनयिक संबंध: भारत ने पाकिस्तानी नागरिकों को वीजा देना बंद कर दिया है और राजनयिकों को देश छोड़ने का आदेश दे दिया है। SAARC वीजा छूट योजना भी रोक दी गई है134।
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आयात-निर्यात और डाक सेवाओं पर रोक: पाकिस्तान के साथ सभी आर्थिक और डाक सेवाएं भी रोक दी गई हैं, जिससे पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय व्यापार में भी नुकसान हो रहा है3।
अंतरराष्ट्रीय समर्थन और कूटनीतिक दबाव
भारत ने अमेरिका और रूस जैसी वैश्विक ताकतों से भी पहलगाम हमले पर समर्थन जुटाया है। दोनों देशों ने आतंकवाद के खिलाफ भारत के कदमों को सराहा है और अपराधियों को न्याय दिलाने की बात कही है5।
निष्कर्ष
इन सख्त फैसलों का असर यह है कि पाकिस्तान की बदहाल अर्थव्यवस्था पर दबाव और बढ़ गया है। भारत ने साबित कर दिया है कि वह सैन्य कार्रवाई के बिना भी दुश्मन को कमजोर कर सकता है। ये कदम आतंकवाद के खिलाफ भारत की ‘ज़ीरो टॉलरेंस’ नीति को दर्शाते हैं, जिसे अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान मिल रही है145।
कर्नाटक में बजरंग दल नेता हत्या केस: 8 गिरफ्तार, मंगलुरु में 6 मई तक कर्फ्यू, सरकार ने एंटी-कम्युनल टास्क फोर्स बनाने की घोषणा
मंगलुरु, कर्नाटक – बजरंग दल के नेता सुहास शेट्टी के बेरहमी से हत्या किए जाने के बाद कर्नाटक के मंगलुरु और आसपास के इलाकों में तनाव का माहौल बना हुआ है। पुलिस ने अब तक इस हत्याकांड में मुख्य आरोपी समेत 8 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही इस पूरी साजिश का खुलासा होगा3।
स्थिति की गंभीरता और कर्फ्यू
शहर में तनाव को देखते हुए मंगलुरु सिटी पुलिस कमिश्नर ने 2 मई से 6 मई तक पूरे शहर में कर्फ्यू लगा दिया है। इस दौरान किसी भी तरह की सभा, जुलूस, या भड़काऊ सामग्री के प्रचार पर पाबंदी है। बीएनएस की धारा 163 के तहत लगाए गए इस कर्फ्यू के दौरान पुलिस ने कई इलाकों में शराब की बिक्री पर भी रोक लगा दी है3।
सरकार की पहल: एंटी-कम्युनल टास्क फोर्स
तनाव को और नियंत्रित करने के लिए कर्नाटक सरकार ने एंटी-कम्युनल टास्क फोर्स बनाने की घोषणा की है। इस टास्क फोर्स का उद्देश्य सांप्रदायिक घटनाओं को रोकना और शहर में शांति बनाए रखना है। सरकार का कहना है कि इस तरह की घटनाओं पर कठोर कार्रवाई की जाएगी और शांति-भंग करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे3।
सामाजिक और राजनीतिक प्रतिक्रिया
सुहास शेट्टी की हत्या के बाद हिंदू संगठनों और कार्यकर्ताओं का गुस्सा फूट रहा है। विश्व हिंदू परिषद (VHP) समेत कई संगठनों ने बंद का आह्वान किया है। कई इलाकों में बसों पर पथराव की घटनाएं भी सामने आई हैं, जिससे परिवहन सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं3।
आगे की राह
इस घटना ने पूरे दक्षिण कन्नड़ जिले में सांप्रदायिक तनाव को बढ़ा दिया है। सरकार और प्रशासन दोनों ही स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कड़े कदम उठा रहे हैं। यह मामला अब राज्य के सामाजिक सद्भाव और सुरक्षा व्यवस्था के लिए एक चुनौती बन गया है।
Dhanbad News: 3 बच्चों का बाप 19 साल की हिंदू युवती को लेकर फरार, हिंदू संगठनों में आक्रोश
घटना की रूपरेखा और सामाजिक प्रतिक्रिया
झारखंड के धनबाद जिले में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसमें एक 3 बच्चों के पिता पर 19 साल की हिंदू युवती को लेकर फरार होने का आरोप लगा है। घटना के बाद से पूरे इलाके में तनाव की स्थिति बनी हुई है और हिंदू संगठनों में तीव्र आक्रोश देखा जा रहा है। इस मामले ने धनबाद के साथ-साथ राज्य स्तर पर भी सुर्खियां बटोरी हैं, जिसे लेकर सोशल मीडिया पर भी काफी चर्चा हो रही है।
इस मामले में पुलिस ने आरोपी की पहचान कर ली है और उसकी गिरफ्तारी के लिए विशेष टीमें गठित की गई हैं। बताया जा रहा है कि आरोपी ने युवती को लेकर फरार होने से पहले कुछ समय तक उसके साथ रहा था, जिसके बाद दोनों के गायब हो जाने की सूचना परिवार और स्थानीय संगठनों ने पुलिस को दी। घटना की गंभीरता को देखते हुए हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता थाने पर एकत्रित हो गए और त्वरित कार्रवाई की मांग करने लगे। कुछ संगठनों ने आरोपी के घर को ध्वस्त करने की भी मांग उठाई, जिससे इलाके में तनाव और बढ़ गया।
समाज और कानून व्यवस्था पर असर
इस घटना ने धनबाद के सामाजिक ताने-बाने पर गहरा असर डाला है। समाज के विभिन्न वर्गों में असुरक्षा की भावना बढ़ी है और लोग सरकार और पुलिस प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। हिंदू संगठनों के प्रदर्शनकारियों ने मांग की है कि आरोपी को तुरंत गिरफ्तार किया जाए और युवती को सुरक्षित वापस लाया जाए। पुलिस प्रशासन ने लोगों को आश्वासन दिया है कि मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है और जल्द से जल्द आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
इस तरह की घटनाएं समाज में सामाजिक एकता, सुरक्षा और कानून व्यवस्था को चुनौती देती हैं। जब तक युवती सुरक्षित नहीं मिलती, तब तक इलाके में तनाव बना रहेगा और लोगों में अशांति की स्थिति बनी रहेगी। इस मामले में त्वरित न्याय की मांग भी तेज हो रही है।
SBI शेयर निवेशकों को लगा जैकपॉट: बैंक देगी बड़ा डिविडेंड, 21 साल में 21वीं बार रिवॉर्ड
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने अपने शेयरधारकों को एक बार फिर बड़ी सौगात दी है। वित्त वर्ष 2024-25 के लिए बैंक ने प्रति इक्विटी शेयर ₹15.90 का डिविडेंड (लाभांश) घोषित किया है। इसका रिकॉर्ड डेट 16 मई 2025 रखा गया है और भुगतान 30 मई 2025 को होगा। यह डिविडेंड वित्त वर्ष 2023-24 के डिविडेंड (₹13.70) से ज्यादा है, जिससे निवेशकों को सकारात्मक संदेश मिला है168।
SBI डिविडेंड का इतिहास और निवेशकों पर असर
2003 से अब तक SBI ने अपने शेयरधारकों को लगातार 21वीं बार डिविडेंड दिया है। यह बैंक की वित्तीय स्थिरता, मुनाफे में निरंतरता और निवेशकों के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इस बार भी मुनाफे में मामूली गिरावट (9.9%) के बावजूद, बैंक ने डिविडेंड में इज़ाफा किया है। इससे निवेशकों में विश्वास बना हुआ है और यह बैंकिंग सेक्टर में एसबीआई के प्रमुख स्थान को भी रेखांकित करता है168।
SBI डिविडेंड ट्रेंड और भविष्य की संभावनाएं
SBI का डिविडेंड ट्रेंड कई सालों से सकारात्मक रहा है। बैंक ने आने वाले वित्त वर्ष 2025-26 में ₹25,000 करोड़ की इक्विटी पूंजी जुटाने की भी योजना बनाई है, जिससे भविष्य में और भी बड़े डिविडेंड की संभावना बनी हुई है16।
डिविडेंड यील्ड और निवेशकों के लिए मौके
SBI का डिविडेंड यील्ड 1.7% के आसपास है, जो बैंकिंग सेक्टर की दूसरी बड़ी कंपनियों के साथ तुलनात्मक है4। निवेशकों के लिए यह एक स्थिर और सुरक्षित आय का स्रोत है, खासकर उनके लिए जो लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट की तलाश में हैं।
Top मोमेंट्स IPL 2025(E Paper 4 May 2025- D Insight News)


मैच के दौरान कई कैच छूटे-विराट कोहली और रवींद्र जडेजा ने आसान कैच छोड़े, लेकिन डेवाल्ड ब्रेविस ने 10वें ओवर में डाइव लगाकर बेहतरीन कैच पकड़ा, जिससे बेथेल का विकेट गिरा। कप्तान रजत पाटीदार के इंजरी के बाद विराट कोहली ने RCB की कप्तानी की। भुवनेश्वर कुमार और यश दयाल ने डेथ ओवर में बेहतरीन गेंदबाजी की, जिससे RCB को जीत मिली15। CSK को आखिरी 3 गेंद में 6 रन चाहिए थे, लेकिन वे 2 रन से मैच हार गए14।
Caste census: कब होगी शुरू? मोदी सरकार का रुख़ अचानक क्यों बदला?

दीपक चौधरी एक अनुभवी संपादक हैं, जिन्हें पत्रकारिता में चार वर्षों का अनुभव है। वे राजनीतिक घटनाओं के विश्लेषण में विशेष दक्षता रखते हैं। उनकी लेखनी गहरी अंतर्दृष्टि और तथ्यों पर आधारित होती है, जिससे वे पाठकों को सूचित और जागरूक करते हैं।