IAMD डाइट: एम्स के डॉक्टरों ने तैयार किया खास डाइट, ब्लड प्रेशर, शुगर और दिल की बीमारियां रहेंगी कोसों दूर

IAMD डाइट

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🔹 देश में बढ़ती बीमारियों की बड़ी वजह – खानपान की अनदेखी

IAMD डाइट – देश में ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और हृदय रोगों के मामलों में तेजी से इज़ाफा हो रहा है। ख़ासतौर पर युवा वर्ग में दिल की बीमारियां बढ़ रही हैं, जिसका मुख्य कारण गलत खानपान और जंक फूड का अधिक सेवन माना जा रहा है।

👉 मुख्य कारण:

  • असंतुलित आहार
  • अधिक कार्बोहाइड्रेट युक्त भोजन
  • मैदे और तले-भुने खाद्य पदार्थों का ज्यादा सेवन
  • हरी सब्जियों और प्रोटीन की कमी
  • बिना श्रम वाला डेली रूटीन

इन समस्याओं से निपटने के लिए एम्स (AIIMS) के कार्डियोलॉजी विभाग के डॉक्टरों ने “इंडियन एडाप्टेड मेडिटेरियन डाइट” (IAMD) मेन्यू तैयार किया है। यह एक खास आहार योजना है, जो भारतीय पारंपरिक खानपान को भूमध्यसागरीय डाइट (Mediterranean Diet) के साथ मिलाकर बनाई गई है।


📢 एम्स के शोध में IAMD डाइट से मिली बड़ी सफलता

🔬 अध्ययन:
एम्स के डॉक्टरों ने IAMD डाइट को हृदय की धमनियों से जुड़ी बीमारियों से पीड़ित 57 मरीजों पर आज़माया। तीन महीने के फॉलोअप के बाद इस IAMD डाइट को हृदय रोगों से बचाव में बेहद असरदार पाया गया।

📄 शोध को मिला अंतरराष्ट्रीय सम्मान

एम्स के इस अध्ययन को “जर्नल ऑफ अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी” में प्रकाशित किया गया है और हाल ही में अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी के अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में डॉ. अंबुज राय द्वारा प्रस्तुत किया गया।

📌 महत्वपूर्ण निष्कर्ष:
✅ सूजन (Inflammation) में कमी
✅ ब्लड प्रेशर और शुगर नियंत्रण में सुधार
✅ कोलेस्ट्रॉल स्तर में गिरावट
✅ बीएमआई (Body Mass Index) में कमी
✅ भूख नियंत्रित करने वाले हार्मोन ‘घ्रेलिन’ में कमी

👉 डॉ. अंबुज राय का कहना है कि भारतीय आहार में आमतौर पर अनाज की मात्रा ज्यादा होती है, जिससे कार्बोहाइड्रेट अधिक हो जाता है। जबकि प्रोटीन, हरी सब्जियां, फल, दालें और डेयरी उत्पाद कम मात्रा में लिए जाते हैं।


IAMD डाइट
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🍽️ IAMD डाइट – क्या खाना चाहिए और क्या नहीं?

क्या खाएं?

🟢 हरी पत्तेदार सब्जियां – पालक, मेथी, बथुआ, सरसों का साग
🟢 प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ – पनीर, दालें, बीन्स
🟢 फल और ड्राई फ्रूट्स – मौसमी फल, अखरोट, बादाम
🟢 सूजन रोधी खाद्य पदार्थ – लहसुन, प्याज, हल्दी
🟢 हेल्दी फैट – मछली, ओमेगा-3 फैटी एसिड युक्त खाद्य पदार्थ
🟢 पारंपरिक भारतीय व्यंजन – कुट्टू का हलवा, मिक्स वेज रायता, सेव का रायता

क्या न खाएं?

🚫 मैदा और तली-भुनी चीजें – समोसा, नूडल्स, ब्रेड
🚫 सैचुरेटेड फैट – बटर, घी, फास्ट फूड
🚫 मीठे पेय पदार्थ – कोल्ड ड्रिंक्स, जूस


📊 शोध के आंकड़ों में IAMD डाइट  की सफलता

🔹 पोषक तत्वों में बढ़ोतरी

पोषक तत्व अध्ययन से पहले अध्ययन के बाद
प्रोटीन (ग्राम) 68.63 74.91
फोलेट्स (माइक्रोग्राम) 311.54 402.6
विटामिन C (माइक्रोग्राम) 154.77 166.12
रेटिनोल (माइक्रोग्राम) 66.07 106.29
ओमेगा-6 फैटी एसिड (ग्राम) 11.91 14.43
ओमेगा-3 फैटी एसिड (ग्राम) 2.02 2.38

🔹 नुकसानदायक तत्वों में गिरावट

तत्व अध्ययन से पहले अध्ययन के बाद
कार्बोहाइड्रेट (ग्राम) 286.34 269.68
कोलेस्ट्रॉल (ग्राम) 68.51 48.9
सैचुरेटेड फैट (ग्राम) 19.67 16.06

🔹 स्वास्थ्य संबंधी सुधार

मार्कर अध्ययन से पहले अध्ययन के बाद
कोलेस्ट्रॉल (mg/dL) 137 125
ट्राइग्लिसराइड (mg/dL) 119 112
HbA1c (%) 6.28 6.07
C-रिएक्टिव प्रोटीन (mg/L) 1.10 0.80
घ्रेलिन (pg/mL) 2836.26 2650.74
IL-6 (pg/mL) 6.18 4.09

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🖥️ वेब पोर्टल पर उपलब्ध है IAMD डाइट प्लान

IAMD आहार की पूरी सूची और दिनभर के खाने का शेड्यूल एम्स द्वारा बनाए गए वेब पोर्टल iamdiet.in पर उपलब्ध है।

💡 डाइट चार्ट में शामिल हैं:

  • सुबह की चाय
  • नाश्ता
  • दोपहर का भोजन
  • शाम की चाय
  • रात का भोजन

अब ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और हृदय रोगों से बचने के लिए IAMD डाइट को अपनाना बेहद आसान हो गया है।


📌 स्रोत:

IAMD डाइट: भारत के लिए संजीवनी या एक और आहार ट्रेंड?

भारत में हृदय रोगों की बढ़ती समस्या

भारत में हृदय रोग, ब्लड प्रेशर, और डायबिटीज के मामले लगातार बढ़ रहे हैं।

  • भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) की एक रिपोर्ट के अनुसार, हर साल करीब 28% मौतें हृदय रोगों की वजह से होती हैं।
  • अनियमित खानपान, जंक फूड और फास्ट फूड का सेवन इसका एक बड़ा कारण है।

एम्स के डॉक्टरों ने सुझाया इंडियन एडाप्टेड मेडिटेरेनियन डाइट (IAMD)

इन समस्याओं से निपटने के लिए AIIMS, नई दिल्ली के कार्डियोलॉजी विभाग ने IAMD (Indian Adapted Mediterranean Diet) तैयार किया।

  • इस आहार में पारंपरिक भारतीय भोजन और भूमध्यसागरीय आहार (Mediterranean Diet) को मिलाकर एक स्वस्थ आहार योजना बनाई गई।
  • 74 तरह के भोजन विकल्प तैयार किए गए, जिन्हें 57 हृदय रोगियों पर आज़माया गया।
  • तीन महीने की स्टडी में यह पाया गया कि इस डाइट से ब्लड प्रेशर, शुगर, कोलेस्ट्रॉल और मोटापे में सुधार हुआ।

IAMD डाइट की ख़ासियतें

✅ शरीर में सूजन कम करती है।
हृदय रोगियों के लिए फायदेमंद है।
✅ भारतीय स्वाद के अनुसार अनुकूलित, जिससे इसे अपनाना आसान है।
विटामिन, मिनरल्स और प्रोटीन में वृद्धि और कार्बोहाइड्रेट व सैचुरेटेड फैट में कमी।


IAMD आहार से क्या फायदे मिले?

1. शरीर में सूजन और हृदय रोग का जोखिम कम हुआ

  • अध्ययन के अनुसार, IAMD डाइट से शरीर में सूजन के IL-6 और CRP मार्कर में कमी देखी गई।
  • IL-6 (Interleukin-6):
    • पहले: 6.18 pg/ml
    • बाद में: 4.09 pg/ml
  • CRP (C-reactive protein):
    • पहले: 1.10 mg/L
    • बाद में: 0.80 mg/L

2. डायबिटीज़ में सुधार

  • IAMD डाइट के बाद मरीजों का HbA1c (शुगर का स्तर) 6.28% से घटकर 6.07% हो गया।
  • घ्रेलिन हार्मोन (भूख नियंत्रित करने वाला हार्मोन) भी 2836.26 pg/ml से घटकर 2650.74 pg/ml हो गया।

3. वजन और BMI में कमी

  • बीएमआई (BMI) पहले: 25.3 kg/m², बाद में: 24.7 kg/m²
  • शरीर में अधिक वसा घटने से मोटापे में कमी आई।

IAMD डाइट में क्या शामिल है?

🍽 IAMD (Indian Adapted Mediterranean Diet) में खाने की पूरी लिस्ट 🍽

IAMD डाइट भारतीय पारंपरिक आहार और Mediterranean Diet का संयोजन है। इसमें हृदय के लिए फायदेमंद, कम कार्बोहाइड्रेट और अधिक प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थ शामिल हैं।


🥗 सुबह का नाश्ता (Breakfast)

दलिया या ओट्स – सूखे मेवे और शहद के साथ
उपमा या पोहा – सब्जियों के साथ
अंकुरित मूंग और चना – नींबू डालकर
अंडे का सफेद भाग (Egg Whites) – उबला हुआ या ऑमलेट
मेथी/पालक परांठा – कम तेल में बना
स्मूदी – केला, बादाम, अखरोट और शहद से बनी
ग्रीन टी या नींबू पानी


🍲 दोपहर का भोजन (Lunch)

रोटी (बाजरा/ज्वार/रागी/मल्टीग्रेन)
ब्राउन राइस या क्विनोआ
मिक्स वेजिटेबल दाल – पालक, मेथी, बथुआ, टमाटर और लहसुन के साथ
राजमा/चना/मूंग दाल
पनीर भुर्जी या ग्रिल्ड टोफू
ग्रीन सलाद – टमाटर, खीरा, गाजर, मूली, हरी पत्तेदार सब्जियां
मौसमी फल – सेब, अमरूद, पपीता, अनार
लस्सी या छाछ


🍵 शाम का नाश्ता (Evening Snacks)

भुना हुआ मखाना – हल्के नमक और घी के साथ
बादाम, अखरोट और अलसी के बीज
ग्रीन टी या हर्बल टी
चुकंदर और दही का रायता
बेसन या मूंग दाल चीला


🥘 रात का भोजन (Dinner)

सूप – टमाटर, पालक, दाल, सब्जी या चिकन सूप
सिंपल खिचड़ी – मूंग दाल और सब्जियों के साथ
फिश करी या ग्रिल्ड फिश – पालक/मेथी के साथ
भुना हुआ चिकन या टोफू
हल्का तला हुआ सब्जियों का मिश्रण
कुट्टू या सिंघाड़े का हलवा
गोल्डन मिल्क (हल्दी दूध) – सोने से पहले


🍏 खास चीजें जो IAMD डाइट में शामिल हैं

🥦 हरी सब्जियां – पालक, मेथी, बथुआ, सरसों का साग
🫘 दालें और बीन्स – अरहर, मसूर, राजमा, छोले
🍇 मौसमी फल – सेब, पपीता, अनार, अमरूद
🥑 एंटीऑक्सीडेंट फूड्स – लहसुन, प्याज, गाजर, चुकंदर
🐟 ओमेगा-3 से भरपूर फूड्स – मछली, अंडा, चिकन
🥜 ड्राई फ्रूट्स और नट्स – बादाम, अखरोट, अलसी के बीज
🍞 स्वस्थ अनाज – कुट्टू, बाजरा, रागी, जौ


🚫 किन चीजों से बचना चाहिए?

मैदा और सफेद चावल – ब्रेड, नान, नूडल्स, समोसा
ज्यादा मीठा और प्रोसेस्ड फूड – मिठाइयाँ, केक, कुकीज़
डीप फ्राइड और जंक फूड – पकोड़े, बर्गर, पिज़्ज़ा
सोडा और पैकेज्ड जूस
अधिक नमक और चीनी वाला खाना


📌 IAMD डाइट अपनाने के फायदे

हृदय रोग का खतरा कम
ब्लड शुगर और डायबिटीज कंट्रोल में मददगार
कोलेस्ट्रॉल और बीपी में सुधार
वजन घटाने में सहायक
शरीर की सूजन कम करता है

💡 अधिक जानकारी के लिए:
🔗 IAMD डाइट पोर्टल
🔗 AIIMS कार्डियोलॉजी अध्ययन

स्वास्थ्यवर्धक भोजन के विकल्प:

🥦 हरी सब्जियां – पालक, मेथी, बथुआ, सरसों का साग
🫘 दालें और बीन्स – अरहर, मसूर, राजमा, छोले
🥑 एंटीऑक्सीडेंट फूड्स – मौसमी फल, लहसुन, प्याज, गाजर, चुकंदर
🐟 ओमेगा-3 से भरपूर फूड्स – मछली, अंडा, चिकन
🥜 ड्राई फ्रूट्स और नट्स – बादाम, अखरोट, अलसी के बीज
🍞 स्वस्थ अनाज – कुट्टू, बाजरा, रागी, जौ

कैसे अपनाएं IAMD डाइट?

  • IAMD डाइट को वेब पोर्टल (iamdiet.in) पर भी देखा जा सकता है।
  • डॉक्टरों के मुताबिक, यह आहार भारतीय परिवारों के लिए आसान और किफायती है।
  • चाय के साथ हल्के नाश्ते से शुरू करें और भोजन में अधिक फल, सब्जियां और प्रोटीन शामिल करें।


क्या IAMD डाइट वास्तव में प्रभावी है?

विशेषज्ञों की राय

एम्स के कार्डियोलॉजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. अंबुज राय ने बताया:

“IAMD डाइट वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित है और यह भारतीयों के लिए बेहतर स्वास्थ्य विकल्प प्रदान करती है। यह सिर्फ एक आहार योजना नहीं, बल्कि एक संपूर्ण जीवनशैली परिवर्तन है।”

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूट्रिशन (NIN) के विशेषज्ञों ने भी इस आहार को स्वस्थ हृदय के लिए उपयोगी माना है।

निष्कर्ष

IAMD डाइट भारतीय परंपरागत भोजन को ध्यान में रखते हुए तैयार की गई है।

  • यह न केवल हृदय को स्वस्थ रखती है बल्कि डायबिटीज, मोटापा और सूजन को भी कम करती है।
  • भारतीयों के खानपान में इसे शामिल करना आसान है, जिससे इसे लंबे समय तक अपनाया जा सकता है।

तो अगर आप भी हृदय रोग, डायबिटीज या मोटापे से परेशान हैं, तो अपने आहार में बदलाव लाकर इस नई डाइट को अपनाने पर विचार करें!


अधिक जानकारी के लिए:

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