प्रयास वेल्फेयर सोसाइटी:कन्हैया की कहानी बनी मिसाल

प्रयास वेल्फेयर सोसाइटी: बोकारो में सामाजिक बदलाव की नई लहर, कन्हैया की कहानी बनी मिसाल

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प्रयास वेल्फेयर सोसाइटी: बोकारो में सामाजिक बदलाव की नई लहर, कन्हैया की कहानी बनी मिसाल

कन्हैया की कहानी बनी मिसाल
कन्हैया की कहानी बनी मिसाल

बोकारो, 15 अप्रैल 2025

प्रयास वेल्फेयर सोसाइटी ने बोकारो के ग्रामीण इलाकों में एक नई सुबह की शुरुआत हो रही है। सामाजिक बदलाव की इस बयार का नेतृत्व कर रही है प्रयास वेल्फेयर सोसाइटी, जो न केवल सामाजिक समस्याओं का समाधान खोज रही है, बल्कि समाज के सबसे कमजोर तबके के लिए उम्मीद की किरण बन रही है। हाल ही में, इस संगठन ने बोकारो जिले के बांधगोडा, खेदाडीह और ओमडीहा गांवों में एक व्यापक सदस्यता अभियान चलाया, जिसे ग्रामीणों ने अभूतपूर्व उत्साह के साथ अपनाया। इस अभियान के दौरान कई सामाजिक मुद्दों पर चर्चा हुई, लेकिन सबसे ज्यादा सुर्खियां बटोरी दामुडीह गांव के एक गरीब और मेधावी छात्र कन्हैया कुमार की कहानी ने, जिसके स्कूल में दाखिले को प्रयास वेल्फेयर सोसाइटी ने संभव बनाया। यह कहानी न केवल एक व्यक्ति की जीत है, बल्कि सामुदायिक एकजुटता और सामाजिक जिम्मेदारी की एक मिसाल भी है।


कन्हैया की कहानी: सपनों को मिली उड़ान

दामुडीह गांव का 14 वर्षीय कन्हैया कुमार उन लाखों बच्चों में से एक है, जिनके सपने गरीबी की दीवारों से टकराते हैं। कन्हैया के पिता कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं, और उनकी मां घरेलू कामों में व्यस्त रहती हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर थी कि कन्हैया का स्कूल में दाखिला कराना उनके लिए एक असंभव सपना बन गया था। अपनी मेधावी प्रतिभा के बावजूद, कन्हैया का भविष्य अनिश्चितता के अंधेरे में डूबा हुआ था। स्थानीय स्कूल में दाखिला आर्थिक तंगी के कारण रुका हुआ था, और परिवार के पास कोई दूसरा रास्ता नजर नहीं आ रहा था।

लेकिन जहां चाह होती है, वहां राह निकल ही आती है। कन्हैया के जीवन में यह राह बनकर आई प्रयास वेल्फेयर सोसाइटी। संगठन के अध्यक्ष अजय शर्मा को जब कन्हैया की स्थिति के बारे में पता चला, तो उन्होंने तुरंत अपनी टीम के साथ इस मामले को प्राथमिकता दी। स्कूल प्रशासन के साथ कई दौर की बातचीत हुई। कन्हैया के परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान की गई, और उनकी पढ़ाई के लिए किताबें, यूनिफॉर्म और अन्य जरूरी सामान उपलब्ध कराया गया। इन अथक प्रयासों के बाद, आखिरकार कन्हैया का दाखिला बोकारो के एक प्रतिष्ठित स्कूल में हो गया।

कन्हैया के परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान की गई, और उनकी पढ़ाई के लिए किताबें, यूनिफॉर्म और अन्य जरूरी सामान उपलब्ध कराया गया।
कन्हैया के परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान की गई, और उनकी पढ़ाई के लिए किताबें, यूनिफॉर्म और अन्य जरूरी सामान उपलब्ध कराया गया।

यह खबर पूरे दामुडीह गांव में जंगल की आग की तरह फैली। कन्हैया के परिवार के साथ-साथ पूरे समुदाय ने इस पहल की जमकर सराहना की। कन्हैया की मां, अपनी भावनाओं को संभालते हुए कहती हैं, “हमारे लिए यह किसी चमत्कार से कम नहीं है। मेरे बेटे का स्कूल जाना एक सपना था, जो प्रयास वेल्फेयर ने सच कर दिखाया। हम उनके हमेशा आभारी रहेंगे।”

कन्हैया भी अपनी खुशी और उत्साह को छिपा नहीं पाता। वह कहता है, “मैं पढ़-लिखकर अपने गांव और अपने माता-पिता का नाम रोशन करना चाहता हूं। प्रयास वेल्फेयर ने मुझे नई जिंदगी दी है, और मैं इसे कभी नहीं भूलूंगा।”


सदस्यता अभियान: ग्रामीणों का उत्साह
सदस्यता अभियान: ग्रामीणों का उत्साह

सदस्यता अभियान: ग्रामीणों का उत्साह

12 अप्रैल को बोकारो के बांधगोडा, खेदाडीह और ओमडीहा गांवों में प्रयास वेल्फेयर सोसाइटी ने एक व्यापक सदस्यता अभियान चलाया। इस अभियान में संगठन के प्रमुख सदस्यों, जिनमें अध्यक्ष अजय शर्मा, सचिव संजय चौधरी, कोषाध्यक्ष भरत किशोर महथा, और अन्य समाजसेवी जैसे नवीन राय, असिन महथा, पांडव महथा, भूतनाथ शर्मा, दीपक, और मुकेश शामिल थे, ने सक्रिय भूमिका निभाई।

ग्रामीणों ने इस अभियान का दिल खोलकर स्वागत किया। सैकड़ों लोग इस अभियान के दौरान सोसाइटी से जुड़े। अभियान के तहत आयोजित संवाद सत्रों में ग्रामीणों ने अपनी समस्याएं खुलकर सामने रखीं। यह सत्र न केवल समस्याओं को उजागर करने का मंच बने, बल्कि सामुदायिक सहयोग और एकजुटता को भी बढ़ावा दिया।


ग्रामीणों की समस्याएं और समाधान की दिशा
ग्रामीणों की समस्याएं और समाधान की दिशा

ग्रामीणों की समस्याएं और समाधान की दिशा

अभियान के दौरान ग्रामीणों ने अपनी रोजमर्रा की चुनौतियों को सामने रखा। बांधगोडा के निवासियों ने बताया कि उनके गांव में स्वास्थ्य केंद्र की कमी एक बड़ी समस्या है। नजदीकी स्वास्थ्य सुविधा तक पहुंचने के लिए ग्रामीणों को लंबा सफर तय करना पड़ता है, जो आपात स्थिति में जानलेवा साबित हो सकता है।

खेदाडीह के लोगों ने रोजगार के अवसरों की कमी पर चिंता जताई। उन्होंने युवाओं के लिए कौशल विकास केंद्र की स्थापना की मांग की, ताकि गांव के युवा आत्मनिर्भर बन सकें। वहीं, ओमडीहा के ग्रामीणों ने सड़कों की खराब स्थिति और स्कूलों में शिक्षकों की कमी की शिकायत की। इन समस्याओं ने ग्रामीण जीवन की कठिनाइयों को उजागर किया।

इन मुद्दों को सुनने के बाद अजय शर्मा ने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि प्रयास वेल्फेयर सोसाइटी इन समस्याओं के समाधान के लिए ठोस कदम उठाएगी। उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य केवल समस्याओं को सुनना नहीं, बल्कि उनके समाधान के लिए काम करना है। शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वावलंबन हमारी प्राथमिकताएं हैं। ग्रामीणों के सहयोग से हम जल्द ही इन मुद्दों पर काम शुरू करेंगे।”


प्रयास वेल्फेयर सोसाइटी का सामाजिक योगदान

प्रयास वेल्फेयर सोसाइटी पिछले कई वर्षों से बोकारो और आसपास के क्षेत्रों में सामाजिक कार्यों में सक्रिय है। यह संगठन शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण, और ग्रामीण विकास जैसे क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान दे रहा है। इसके कुछ प्रमुख कार्य इस प्रकार हैं:

  • शिक्षा के लिए पहल: कन्हैया जैसे कई बच्चों को स्कूल में दाखिला दिलाने के अलावा, सोसाइटी ने ग्रामीण इलाकों में मुफ्त कोचिंग सेंटर शुरू किए हैं। इन सेंटर्स में गरीब बच्चों को मुफ्त किताबें, स्टेशनरी और पढ़ाई का सामान प्रदान किया जाता है। इन प्रयासों से सैकड़ों बच्चों को शिक्षा का अवसर मिला है।

  • स्वास्थ्य शिविर: सोसाइटी नियमित रूप से गांवों में मुफ्त स्वास्थ्य शिविर आयोजित करती है। इन शिविरों में डॉक्टरों की टीम ग्रामीणों की मुफ्त जांच करती है और जरूरी दवाइयां प्रदान की जाती हैं। ये शिविर ग्रामीणों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच को आसान बनाते हैं।

  • महिला सशक्तिकरण: महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सोसाइटी सिलाई, कढ़ाई, और अन्य कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाती है। इन कार्यक्रमों के जरिए कई महिलाएं अपनी आजीविका कमा रही हैं और अपने परिवार का सहारा बन रही हैं।

  • पर्यावरण संरक्षण: सोसाइटी ने कई गांवों में वृक्षारोपण अभियान चलाए हैं। इसके अलावा, ग्रामीणों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करने के लिए कार्यशालाएं आयोजित की जाती हैं।

  • आपदा राहत: बाढ़, सूखा या अन्य प्राकृतिक आपदाओं के समय सोसाइटी ने जरूरतमंदों को खाद्य सामग्री, कपड़े और अन्य जरूरी चीजें उपलब्ध कराई हैं। इन प्रयासों ने आपदा प्रभावित समुदायों को संबल प्रदान किया है।


जन समुदाय की प्रतिक्रिया

कन्हैया के स्कूल में दाखिले की खबर ने पूरे बोकारो जिले में हलचल मचा दी। स्थानीय लोग इस पहल को सामाजिक बदलाव की दिशा में एक बड़ा कदम मान रहे हैं। बांधगोडा के एक निवासी कहते हैं, “प्रयास वेल्फेयर सोसाइटी ने जो काम शुरू किया है, वह अनुकरणीय है। कन्हैया जैसे बच्चों को सपोर्ट करके वे हमारे समाज के भविष्य को संवार रहे हैं।”

खेदाडीह के ग्रामीण भी सोसाइटी के प्रयासों से उत्साहित हैं। एक ग्रामीण ने कहा, “प्रयास वेल्फेयर ने हमारी समस्याओं को गंभीरता से लिया है। हमें उम्मीद है कि जल्द ही कुछ सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेंगे।” ओमडीहा के लोग भी सड़कों और स्कूलों की स्थिति में सुधार की उम्मीद कर रहे हैं।


सामुदायिक सहयोग की ताकत

प्रयास वेल्फेयर सोसाइटी का यह अभियान सामुदायिक सहयोग की ताकत को दर्शाता है। अभियान के दौरान ग्रामीणों ने न केवल अपनी समस्याएं साझा कीं, बल्कि सोसाइटी के साथ मिलकर समाधान खोजने की इच्छा भी जताई। यह सहयोग ग्रामीण विकास की दिशा में एक मजबूत नींव रखता है।

सोसाइटी के सचिव संजय चौधरी कहते हैं, “हमारा मानना है कि बदलाव तभी संभव है, जब पूरा समुदाय एक साथ आए। ग्रामीणों का उत्साह और सहयोग हमें और अधिक मेहनत करने की प्रेरणा देता है।”


आगे की राह

प्रयास वेल्फेयर सोसाइटी का यह अभियान केवल एक शुरुआत है। संगठन की योजना है कि आने वाले महीनों में और अधिक गांवों तक पहुंचा जाए। वहां के लोगों की समस्याओं को समझकर उनके समाधान के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे। अजय शर्मा कहते हैं, “हमारा सपना है कि बोकारो का हर गांव आत्मनिर्भर बने। इसके लिए हमें समाज के हर वर्ग का साथ चाहिए।”

सोसाइटी ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे इस मुहिम में शामिल हों और अपने गांव के विकास में योगदान दें। संजय चौधरी ने कहा, “हम अकेले कुछ नहीं कर सकते। यह एक सामूहिक प्रयास है। अगर हर व्यक्ति अपने स्तर पर छोटा-सा योगदान दे, तो बड़े बदलाव संभव हैं।”


संपर्क और सहयोग

प्रयास वेल्फेयर सोसाइटी से जुड़ने या उनके कार्यों में योगदान देने के लिए आप निम्नलिखित नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं: 9304938942, 9835560942, 8825162759। संगठन ने सभी से अपील की है कि वे इस सामाजिक बदलाव की मुहिम का हिस्सा बनें और ग्रामीण भारत के विकास में योगदान दें।


एक नई उम्मीद की शुरुआत

कन्हैया की कहानी और प्रयास वेल्फेयर सोसाइटी का यह अभियान हमें यही सिखाता है कि अगर इरादे नेक हों और प्रयास सच्चे हों, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है। बोकारो के इन गांवों में बदलाव की यह बयार न केवल एक नई उम्मीद जगा रही है, बल्कि सामाजिक एकजुटता और सहयोग की एक मिसाल भी कायम कर रही है।

प्रयास वेल्फेयर सोसाइटी का यह प्रयास निश्चित रूप से बोकारो के ग्रामीण इलाकों में एक नए युग की शुरुआत करेगा। कन्हैया जैसे बच्चों के सपनों को उड़ान देकर और ग्रामीण समुदायों को सशक्त बनाकर यह संगठन सामाजिक बदलाव की एक नई कहानी लिख रहा है। आने वाले समय में यह संगठन और भी बड़े बदलावों की नींव रखेगा, और बोकारो के गांव आत्मनिर्भरता और समृद्धि की नई मिसाल बनेंगे।

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