मोटापा(Obesity): मधुमेह (Diabetes), हृदय रोग (Heart Disease), उच्च रक्तचाप (Hypertension) में इसकी भूमिका।

मोटापा

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मोटापा: एक वैश्विक महामारी और समाधान,मोटापे से जुड़े 10 आम मिथक और तथ्य

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मोटापा (Obesity) केवल एक व्यक्तिगत स्वास्थ्य समस्या नहीं है, बल्कि यह एक वैश्विक महामारी बन चुका है। यह केवल सौंदर्य से जुड़ा मुद्दा नहीं है, बल्कि मधुमेह (Diabetes), हृदय रोग (Heart Disease), उच्च रक्तचाप (Hypertension), और यहां तक कि कुछ प्रकार के कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से भी जुड़ा हुआ है।

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मोटापा
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विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, 1975 के बाद से मोटापा तीन गुना बढ़ चुका है। 2023 में जारी रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया में 800 मिलियन से अधिक लोग मोटापे से ग्रस्त हैं

इस ब्लॉग में हम 5W-H1 (Who, What, When, Where, Why, and How) के आधार पर मोटापे को समझेंगे और उससे बचने के लिए आवश्यक जीवनशैली परिवर्तनों की चर्चा करेंगे। साथ ही, मोटापे से जुड़े 10 सबसे आम मिथकों और उनके वैज्ञानिक तथ्यों को भी शामिल करेंगे।


मोटापा
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1. मोटापा क्या है? (What is Obesity?)

मोटापा एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर में अत्यधिक वसा (Fat) जमा हो जाती है, जिससे स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

BMI द्वारा मोटापे की श्रेणियाँ

  • सामान्य वजन: 18.5 – 24.9 BMI
  • अधिक वजन (Overweight): 25 – 29.9 BMI
  • मोटापा (Obese): 30+ BMI
  • गंभीर मोटापा (Severe Obesity): 40+ BMI

👉 2023 की एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में 42% वयस्क और भारत में लगभग 9.5% लोग मोटापे की श्रेणी में आते हैं

मोटापा कैसे मापा जाता है?

  • बॉडी फैट प्रतिशत (Body Fat Percentage): पुरुषों में 25% और महिलाओं में 32% से अधिक वसा प्रतिशत को मोटापे की श्रेणी में रखा जाता है।
  • कमर-से-हिप अनुपात (Waist-to-Hip Ratio): महिलाओं के लिए 0.85 और पुरुषों के लिए 0.90 से अधिक अनुपात मोटापे का संकेत देता है।

2. कौन-कौन मोटापे से प्रभावित हैं? (Who is Affected by Obesity?)

(A) बच्चों में मोटापा

  • WHO के अनुसार, 5 से 19 वर्ष के 340 मिलियन बच्चे और किशोर मोटापे से ग्रस्त हैं
  • अस्वस्थ खानपान और शारीरिक गतिविधियों की कमी मुख्य कारण हैं।
  • डॉ. फ्रैंक हु (हार्वर्ड टी.एच. चान स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ) कहते हैं, “बचपन का मोटापा एक गंभीर स्वास्थ्य चुनौती है, जो वयस्कता में हृदय रोग और डायबिटीज़ का जोखिम बढ़ा सकता है।”

(B) वयस्कों में मोटापा

  • मोटापा हर उम्र के लोगों को प्रभावित करता है, लेकिन महिलाओं में इसकी दर पुरुषों की तुलना में अधिक होती है
  • विशेष रूप से गर्भावस्था के बाद, हार्मोनल बदलावों और रजोनिवृत्ति (Menopause) के दौरान मोटापे की संभावना बढ़ जाती है।
  • 2023 की एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में लगभग 42% वयस्क मोटापे से ग्रस्त हैं।
  • भारत में 1990 में 3% से बढ़कर 2020 में 9% लोग मोटापे की श्रेणी में आ गए।

(C) वैश्विक स्तर पर मोटापे की स्थिति

देश मोटापा दर (%)
अमेरिका 42.4%
यूके 28.7%
भारत 9.5%
चीन 6.2%
ऑस्ट्रेलिया 31.3%

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3. मोटापा कब और क्यों बढ़ा? (When and Why has Obesity Increased?)

(A) मोटापे में वृद्धि का समय

  • 1970 के दशक के बाद से फास्ट फूड, चीनी युक्त पेय और सेडेंटरी लाइफस्टाइल (Sedentary Lifestyle) ने मोटापे को महामारी बना दिया।
  • औद्योगिक क्रांति के बाद से, विशेष रूप से 20वीं सदी के उत्तरार्ध में, मोटापे में भारी वृद्धि देखी गई।

(B) मोटापे के प्रमुख कारण (Why Obesity Happens?)

1. अस्वास्थ्यकर खानपान (Unhealthy Diet)

  • फास्ट फूड और प्रोसेस्ड फूड का अत्यधिक सेवन
  • चीनी और ट्रांस फैट युक्त भोजन का अधिक उपयोग
  • अत्यधिक शराब और सॉफ्ट ड्रिंक्स का सेवन

2. शारीरिक गतिविधि की कमी

  • ऑफिस वर्क, टीवी, मोबाइल और वीडियो गेम्स के कारण फिजिकल एक्टिविटी में कमी।
  • WHO के अनुसार, 1.4 बिलियन लोग पर्याप्त शारीरिक गतिविधि नहीं करते हैं।

3. जेनेटिक और हार्मोनल कारक

  • कुछ लोगों में जेनेटिक प्रवृत्ति मोटापे को बढ़ा सकती है।
  • थायरॉइड, इंसुलिन रेसिस्टेंस, पीसीओएस जैसी स्थितियाँ भी वजन बढ़ाने में योगदान देती हैं।
  • 4. नींद की कमी और तनाव

    • अनियमित नींद और तनाव हार्मोन (Cortisol) वजन बढ़ाने का कारण बनते हैं।
    • डॉ. मैरी पियरे सेंट-ऑन्गे (कोलंबिया यूनिवर्सिटी) कहती हैं, “नींद की कमी से भूख बढ़ाने वाले हार्मोन सक्रिय हो जाते हैं, जिससे वजन बढ़ता है।”

4. मोटापे से जुड़े 10 आम मिथक और तथ्य (Top 10 Myths & Facts about Obesity)

मिथक (Myth) तथ्य (Fact)
1. मोटापा सिर्फ खाने से होता है। मोटापा कई कारणों से होता है, जिनमें हार्मोनल असंतुलन, जेनेटिक्स और जीवनशैली शामिल हैं।
2. सिर्फ व्यायाम करने से वजन कम होगा। आहार + व्यायाम दोनों आवश्यक हैं। केवल व्यायाम से वजन घटाना मुश्किल होता है।
3. फैट खाना मोटापे का कारण बनता है। स्वस्थ वसा (Good Fats) जैसे एवोकाडो, नट्स और ऑलिव ऑयल शरीर के लिए आवश्यक हैं।
4. मोटे लोग हमेशा अस्वस्थ होते हैं। कई मोटे लोग मेटाबोलिक रूप से स्वस्थ हो सकते हैं, लेकिन जोखिम अधिक होता है।
5. मोटापा केवल इच्छाशक्ति की कमी से होता है। मोटापा एक जटिल समस्या है, जिसमें हार्मोन, जीवनशैली और पर्यावरण की भूमिका होती है।
6. क्रैश डाइटिंग (Crash Dieting) वजन कम करने का सबसे अच्छा तरीका है। क्रैश डाइटिंग से शरीर को नुकसान होता है और वजन वापस बढ़ सकता है।
7. केवल जिम जाने से वजन कम होगा। घरेलू व्यायाम और दैनिक गतिविधियाँ भी बहुत प्रभावी होती हैं।
8. डायट सोडा से वजन नहीं बढ़ता। रिसर्च से पता चला है कि डायट सोडा भी इंसुलिन रेसिस्टेंस बढ़ा सकता है
9. हर्बल सप्लीमेंट वजन कम करने में चमत्कारी होते हैं। वैज्ञानिक प्रमाण नहीं हैं कि वे वजन कम करने में प्रभावी हैं।
10. वजन घटाने के लिए खाना स्किप करना जरूरी है। खाना स्किप करने से मेटाबोलिज्म धीमा हो जाता है और वजन बढ़ सकता है।

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5. मोटापे से बचने के लिए जीवनशैली में बदलाव (Lifestyle Changes to Prevent Obesity)

(A) स्वस्थ आहार अपनाएं

  • फलों, सब्जियों और साबुत अनाज का सेवन बढ़ाएं।
  • प्रोसेस्ड फूड, मीठे पेय और जंक फूड से बचें।
  • अधिक प्रोटीन और हेल्दी फैट लें।
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🏃 (B) नियमित व्यायाम करें

  • रोज़ कम से कम 30-45 मिनट की फिजिकल एक्टिविटी करें।
  • योग, वॉकिंग, साइक्लिंग और स्विमिंग जैसी गतिविधियाँ अपनाएं।
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😴 (C) अच्छी नींद और मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखें

  • 7-9 घंटे की नींद लें
  • ध्यान (Meditation) और माइंडफुलनेस अपनाएं।

निष्कर्ष

मोटापा एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, लेकिन सही जीवनशैली अपनाकर इसे रोका जा सकता है। हमें अपनी खानपान की आदतों, व्यायाम और मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना होगा।

💡 “मोटापा कोई नियति नहीं, इसे बदला जा सकता है!” – डॉ. डेरेक याच (WHO)


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Author: D Insight News

दीपक चौधरी एक अनुभवी संपादक हैं, जिन्हें पत्रकारिता में चार वर्षों का अनुभव है। वे राजनीतिक घटनाओं के विश्लेषण में विशेष दक्षता रखते हैं। उनकी लेखनी गहरी अंतर्दृष्टि और तथ्यों पर आधारित होती है, जिससे वे पाठकों को सूचित और जागरूक करते हैं।

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