हनुमान जी के 5 सबसे शक्तिशाली मंत्र: जिनके जप से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं

Hanuman mantra

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“🚀 5 सबसे शक्तिशाली हनुमान मंत्र: 🌟 जीवन के सभी संकटों को दूर करने वाली शक्तिशाली साधना! 🙏”

हनुमान जी को संकटमोचन कहा जाता है, अर्थात् वे अपने भक्तों के समस्त कष्टों को दूर करते हैं। वे भक्तों को शक्ति, साहस और निर्भयता प्रदान करते हैं। हिंदू धर्मशास्त्रों में हनुमान जी की भक्ति के अनेक मंत्रों का उल्लेख मिलता है, जिनके जप से जीवन के सभी संकट समाप्त हो सकते हैं। इन मंत्रों को जपने की विधि, लाभ और धार्मिक-वैज्ञानिक दृष्टिकोण का वर्णन इस लेख में किया गया है। आइए जानते है उसमें यकों 5 सबसे पावरफुल हनुमान मंत्र है।

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हनुमान जी के 5 चमत्कारी मंत्र एवं उनके स्रोत

1. हनुमान मूल मंत्र (Hanuman Moola Mantra) नकारात्मक ऊर्जा दूर करने का हनुमान मंत्र

मंत्र:
🔸 ॐ हनुमते नमः ॥

स्रोत: यह मंत्र “हनुमानोपासनारहस्य” में वर्णित है और यह हनुमान जी की संपूर्ण कृपा प्राप्त करने के लिए जपा जाता है।

जप विधि:

  • सूर्योदय के समय 108 बार इस मंत्र का जाप करें।
  • गुड़, चने और तुलसी के पत्ते अर्पित करें।
  • हनुमान चालीसा का पाठ भी करें।

लाभ:

  • जीवन के सभी भय समाप्त होते हैं।
  • मानसिक बल और आत्मविश्वास बढ़ता है।
  • आध्यात्मिक उन्नति होती है।
बजरंग बाली
बजरंग बाली

 


2. हनुमान बीज मंत्र (Hanuman Beej Mantra) कार्य सिद्धि हनुमान मंत्र

मंत्र:
🔸 ॐ ऐं भ्रीम हनुमते, श्री राम दूताय नमः ॥

स्रोत: यह मंत्र “रामरहस्योपनिषद” और तंत्र शास्त्र में वर्णित है।

जप विधि:

  • प्रतिदिन 108 बार जप करें।
  • लाल आसन पर बैठकर लाल पुष्प अर्पित करें।
  • मंगलवार और शनिवार को विशेष रूप से जप करें।

लाभ:

  • यह मंत्र बुद्धि और स्मरण शक्ति को तीव्र करता है।
  • कठिन कार्यों में सफलता प्राप्त होती है।
  • जीवन के संकट दूर होते हैं।

3. बजरंग बलि मंत्र (Bajrang Bali Mantra) हनुमान मंत्र हिंदी में 

मंत्र:
🔸 ॐ हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट्॥

स्रोत: यह मंत्र “हनुमान तंत्र” और “रामायण” के विभिन्न प्रसंगों में वर्णित है।

जप विधि:

  • मंगलवार और शनिवार को हनुमान मंदिर में जप करें।
  • हनुमान जी को सिंदूर और चमेली का तेल अर्पित करें।
  • यह मंत्र रुद्राक्ष माला से जपा जाता है।

लाभ:

  • शरीर में ऊर्जा और शक्ति का संचार होता है।
  • नकारात्मक शक्तियों और बाधाओं से रक्षा होती है।
  • आत्मविश्वास और पराक्रम में वृद्धि होती है।

हनुमान
हनुमान

4. संकटमोचन मंत्र (Sankat Mochan Mantra) व्यापार वृद्धि हनुमान मंत्र

मंत्र:
🔸 ॐ नमो भगवते आंजनेयाय महाबलाय स्वाहा ॥

स्रोत: यह मंत्र “हनुमान पुराण” में वर्णित है और विशेष रूप से संकटों को दूर करने के लिए जपा जाता है।

जप विधि:

  • सूर्यास्त के समय इस मंत्र का जप करें।
  • गुड़ और चने का भोग लगाएं।
  • यदि संभव हो तो हनुमान चालीसा का पाठ करें।

लाभ:

  • जीवन में आने वाले सभी संकट और परेशानियां दूर होती हैं।
  • यह मंत्र शत्रुओं से रक्षा करता है।
  • स्वास्थ्य में सुधार होता है और रोग दूर होते हैं।

5. हनुमान गायत्री मंत्र (Hanuman Gayatri Mantra)

मंत्र:
🔸 ॐ आञ्जनेयाय विद्महे वायुपुत्राय धीमहि। तन्नो हनुमत् प्रचोदयात् ॥

स्रोत: यह मंत्र “यजुर्वेद” और “हनुमान उपनिषद” में मिलता है।

जप विधि:

  • प्रातःकाल स्नान के बाद कम से कम 21 बार जप करें।
  • दक्षिण दिशा की ओर मुख करके जप करना श्रेष्ठ माना जाता है।
  • इस मंत्र का जप करने से पूर्व हनुमान जी को गुड़, केला और नारियल चढ़ाएं।

लाभ:

  • यह मंत्र मानसिक तनाव और चिंता को दूर करता है।
  • यह बुद्धि और निर्णय क्षमता को तीव्र करता है।
  • आध्यात्मिक उन्नति के लिए यह मंत्र अत्यंत प्रभावी है।

वैज्ञानिक दृष्टिकोण: हनुमान मंत्रों का प्रभाव

आधुनिक वैज्ञानिक शोध भी यह मानते हैं कि मंत्र जाप से मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। कुछ वैज्ञानिक अध्ययनों के अनुसार:

  1. ध्वनि तरंगों का प्रभाव: जब हम किसी मंत्र का जाप करते हैं, तो उससे निकलने वाली ध्वनि तरंगें मस्तिष्क की गतिविधियों को संतुलित करती हैं। (Sharma & Smith, 2017, Journal of Neuroscience Research)
  2. मनोवैज्ञानिक लाभ: मंत्र जाप करने से तनाव और अवसाद कम होता है। जाप के दौरान “ऑक्सीटोसिन” हार्मोन का स्राव बढ़ता है, जिससे आत्मविश्वास बढ़ता है और मानसिक शांति मिलती है। (American Journal of Psychology, 2020)
  3. मंत्र जाप और तंत्रिका तंत्र: भारतीय वैज्ञानिक शोध दर्शाते हैं कि विशेष ध्वनियाँ जैसे “हं” और “हुं” शरीर की ऊर्जा प्रणाली को सक्रिय करती हैं और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती हैं।

संतों और धर्मशास्त्रों के उद्धरण

  1. गोस्वामी तुलसीदास जी (रामचरितमानस, सुंदरकांड):
    “नासै रोग हरै सब पीरा, जपत निरंतर हनुमत बीरा।”
    (अर्थ: हनुमान जी का जाप करने से समस्त रोग और पीड़ाएँ समाप्त हो जाती हैं।)
  2. आदि शंकराचार्य:
    “हनुमान मंत्रों का जाप मन, शरीर और आत्मा को शुद्ध करता है और ब्रह्मज्ञान की ओर ले जाता है।”
  3. स्वामी विवेकानंद:
    “हनुमान जी की भक्ति से मनुष्य में अद्भुत शक्ति और साहस का संचार होता है, जो किसी भी कठिन परिस्थिति से उबरने में सहायक होता है।”

निष्कर्ष

हनुमान जी के मंत्रों का जप न केवल आध्यात्मिक लाभ प्रदान करता है, बल्कि मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी अत्यंत लाभकारी है। विभिन्न शास्त्रों, संतों और आधुनिक विज्ञान ने भी इस तथ्य को प्रमाणित किया है कि नियमित रूप से मंत्र जाप करने से व्यक्ति में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और वह जीवन के सभी कष्टों से मुक्त हो सकता है। यदि विधिपूर्वक और श्रद्धा से इन मंत्रों का जाप किया जाए, तो निश्चित रूप से भक्त को हनुमान जी की कृपा प्राप्त होगी और उसका जीवन सुख-समृद्धि से भर जाएगा।


🙏 जय बजरंग बली! 🙏

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