Table of Contents
Toggleकोलकाता में सरकारी कर्मचारी का खूनी तांडव: छुट्टी न मिलने पर तीन सहकर्मियों पर चाकू से हमला, दो की हालत गंभीर
कोलकाता में गुरुवार को एक दिल दहला देने वाली घटना घटी, जिसने पूरे शहर को हिला कर रख दिया। पश्चिम बंगाल की राजधानी में स्थित पब्लिक हेल्थ इंजीनियरिंग विभाग में कार्यरत एक सरकारी कर्मचारी ने अपनी छुट्टी न मिलने से नाराज होकर तीन सहकर्मियों पर बेरहमी से चाकू से हमला कर दिया। इस हमले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें आरोपी अमित कुमार सरकार को हाथ में चाकू लहराते हुए सड़क पर घूमते हुए देखा जा सकता है।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!कैसे हुआ हमला?
रिपोर्ट्स के अनुसार, अमित कुमार सरकार ने कुछ दिनों की छुट्टी के लिए आवेदन किया था। लेकिन किसी कारणवश उसकी छुट्टी को मंजूर नहीं किया गया, जिससे वह गुस्से में बेकाबू हो गया। इस गुस्से के चलते उसने पहले ऑफिस के अंदर ही झगड़ा किया और फिर भारी तनाव और आक्रोश के साथ बाहर निकल आया।
न्यू टाउन टेक्निकल एजुकेशन बिल्डिंग के पास दोपहर करीब 12:30 बजे जब उसके कुछ सहकर्मी सामने आए और उन्होंने उसके गुस्से का कारण पूछा, तो वह पूरी तरह बौखला गया। इससे पहले कि वे कुछ समझ पाते, अमित ने अपने पास रखा चाकू निकाला और ताबड़तोड़ हमले शुरू कर दिए। इस अचानक हुए हमले में तीन कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनमें से दो की हालत नाजुक बताई जा रही है।
रक्तरंजित सड़क और दहशत का माहौल
हमले के बाद अमित कुमार सरकार हाथ में चाकू लिए सड़क पर इधर-उधर घूमता रहा, जिससे इलाके में दहशत का माहौल बन गया। राहगीर और ऑफिस के अन्य कर्मचारी उसे देखकर सहम गए और तुरंत पुलिस को सूचना दी। स्थानीय ट्रैफिक पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर आरोपी को रोकने की कोशिश की और उसे चाकू फेंकने के लिए कहा।
शुरुआत में आरोपी ने पुलिस की बात मानने से इनकार कर दिया और चाकू को कसकर पकड़े रखा। लेकिन थोड़ी देर बाद, जब पुलिस ने उसे चारों ओर से घेर लिया, तो उसने आखिरकार चाकू फेंक दिया। इसके बाद पुलिस ने उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल, आरोपी को टेक्नो सिटी थाना पुलिस की हिरासत में रखा गया है, और उससे पूछताछ जारी है।
पीड़ितों की हालत गंभीर
हमले में घायल हुए तीनों सहकर्मियों को तत्काल अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज जारी है। डॉक्टरों के अनुसार, दो घायलों की हालत बेहद नाजुक बनी हुई है, जबकि तीसरे कर्मचारी की भी स्थिति चिंताजनक बताई जा रही है। पुलिस अब इस मामले की गहन जांच कर रही है और सभी पहलुओं को खंगालने में जुटी हुई है।
आरोपी का मानसिक संतुलन ठीक नहीं?
प्रारंभिक जांच के दौरान, पुलिस को यह जानकारी मिली कि आरोपी मानसिक रूप से अस्थिर हो सकता है। पूछताछ में अमित कुमार सरकार ने बताया कि वह सिर्फ छुट्टी न मिलने से नाराज नहीं था, बल्कि उसके और उसके पिता के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां भी की गई थीं, जिससे वह आगबबूला हो गया था।
हालांकि, पुलिस अभी भी इस दावे की सत्यता की जांच कर रही है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या यह हमला सिर्फ गुस्से का नतीजा था या फिर इसके पीछे कोई गहरी वजह छिपी हुई है।
क्या कहती है पुलिस?
कोलकाता पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि आरोपी से विस्तार से पूछताछ की जा रही है। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या आरोपी पहले से मानसिक रूप से परेशान था या फिर यह पूरी घटना सिर्फ क्षणिक गुस्से और आक्रोश का नतीजा थी।
अभी तक की जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपी का अपने सहकर्मियों से पहले भी कई बार विवाद हो चुका था। पुलिस ने यह भी बताया कि वह गुस्सैल स्वभाव का व्यक्ति था और ऑफिस में अक्सर उसका व्यवहार असामान्य रहता था।
घटना ने प्रशासन को किया सतर्क
इस घटना के बाद सरकारी दफ्तरों की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठने लगे हैं। कई कर्मचारियों ने दफ्तरों में सुरक्षा कड़ी करने की मांग की है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
सरकार भी इस मामले को गंभीरता से ले रही है, और यह देखने की कोशिश की जा रही है कि आरोपी को मानसिक रूप से ठीक होने के लिए कोई इलाज दिया जाना चाहिए या नहीं।
निष्कर्ष
यह घटना सरकारी कार्यालयों में तनावपूर्ण माहौल और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं को उजागर करती है। केवल एक छुट्टी न मिलने के कारण, एक कर्मचारी ने तीन लोगों की जिंदगी खतरे में डाल दी, जो बताता है कि मानसिक स्वास्थ्य को नजरअंदाज करना कितना खतरनाक हो सकता है।
फिलहाल, कोलकाता पुलिस इस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है, ताकि सच्चाई सामने आ सके और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

Author: D Insight News
दीपक चौधरी एक अनुभवी संपादक हैं, जिन्हें पत्रकारिता में चार वर्षों का अनुभव है। वे राजनीतिक घटनाओं के विश्लेषण में विशेष दक्षता रखते हैं। उनकी लेखनी गहरी अंतर्दृष्टि और तथ्यों पर आधारित होती है, जिससे वे पाठकों को सूचित और जागरूक करते हैं।
Author
-
दीपक चौधरी एक अनुभवी संपादक हैं, जिन्हें पत्रकारिता में चार वर्षों का अनुभव है। वे राजनीतिक घटनाओं के विश्लेषण में विशेष दक्षता रखते हैं। उनकी लेखनी गहरी अंतर्दृष्टि और तथ्यों पर आधारित होती है, जिससे वे पाठकों को सूचित और जागरूक करते हैं।
View all posts