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Toggleभारत के सबसे बड़े दुश्मन का दर्दनाक अंत: Hafiz Saeed का खेल खत्म?
Hafiz Saeed के मौत का रहस्य: रात का अंधेरा था, हवा में साज़िश की बू थी। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के झेलम इलाके में एक रहस्यमयी घटना ने आतंक के पूरे खेल को हिला कर रख दिया। सोशल मीडिया पर चर्चा थी, कानाफूसी थी, लेकिन कोई ठोस जवाब नहीं। दावा किया जा रहा था कि लश्कर-ए-तैयबा का संस्थापक और भारत का सबसे बड़ा दुश्मन Hafiz Saeed मारा जा चुका है।

आतंकी का आखिरी सफर?
एक कार तेज़ रफ्तार से झेलम की सड़क पर दौड़ रही थी। उसके अंदर कौन था, यह किसी को नहीं पता था। फिर अचानक अंधेरे में छुपे अज्ञात बंदूकधारियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। कार में बैठे लोग संभल पाते, इससे पहले ही गोलियों की बरसात ने खेल खत्म कर दिया। ड्राइवर की मौके पर ही मौत हो गई। सोशल मीडिया पर यह दावा किया जा रहा है कि Hafiz Saeed भी उसी कार में था और हमले में बुरी तरह घायल हो गया। उसे तुरंत रावलपिंडी के एक गुप्त स्थान पर ले जाया गया, जहां उसके मरने की खबरें आईं।
हालांकि, पाकिस्तान सरकार और उसकी एजेंसियां इस पूरे घटनाक्रम पर खामोश हैं। लेकिन सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के कई अकाउंट्स जोर देकर कह रहे हैं कि भारत के मोस्ट वांटेड Hafiz Saeed आतंकी का अंत हो चुका है।

एक पैटर्न जो भारत विरोधियों को डराने लगा है!
अगर हम बीते कुछ महीनों पर नजर डालें, तो यह पहली बार नहीं हुआ जब पाकिस्तान में भारत के दुश्मन निशाने पर आए हैं। 2021 से अब तक पाकिस्तान में कई वांटेड आतंकियों की रहस्यमयी हत्याएं हो चुकी हैं। सभी की मौत एक पैटर्न पर हुई— अज्ञात हमलावर आए, हमला किया, और गायब हो गए।
अबु कताल सिंधी, मौलाना काशिफ अली, राहील तारिक, और अब Hafiz Saeed? क्या यह महज इत्तेफाक है, या किसी बड़ी रणनीति का हिस्सा?
पिछले दस वर्षों में, विदेशों में कई भारत विरोधी आतंकवादियों की हत्याएं हुई हैं। इनमें से अधिकांश घटनाएं पाकिस्तान में हुई हैं, जहां अज्ञात हमलावरों ने इन आतंकवादियों को निशाना बनाया। नीचे कुछ प्रमुख घटनाओं का विवरण प्रस्तुत है:
1. परमजीत सिंह पंजवड़ (6 मई 2023): खालिस्तान कमांडो फोर्स के प्रमुख परमजीत सिंह पंजवड़ की पाकिस्तान के लाहौर में गोली मारकर हत्या कर दी गई। वह पाकिस्तान में रहकर भारत में आतंकवादी गतिविधियों को संचालित करता था।
2. बशीर अहमद पीर (20 फरवरी 2023): हिजबुल मुजाहिदीन के लॉन्चिंग कमांडर बशीर अहमद पीर उर्फ इम्तियाज आलम की रावलपिंडी में अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी। वह जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों की घुसपैठ में सक्रिय था।
3. एजाज अहमद अहंगर (22 फरवरी 2023): आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के लिए काम करने वाला एजाज अहमद अहंगर की अफगानिस्तान के काबुल में हत्या कर दी गई। वह भारत में आईएस को पुनर्जीवित करने की कोशिश में लगा था।
4. सैयद खालिद रजा (26 फरवरी 2023): अल बद्र के पूर्व कमांडर सैयद खालिद रजा की कराची में उनके घर के बाहर अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी। अल बद्र एक कट्टर संगठन है, जो कश्मीर में आतंकियों को प्रशिक्षण देता था।
5. शाहिद लतीफ (11 अक्टूबर 2023): जैश-ए-मोहम्मद के सदस्य और 2016 के पठानकोट हमले के मास्टरमाइंड शाहिद लतीफ की सियालकोट में मोटरसाइकिल सवार अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी।
6. अबू कताल (मार्च 2025): लश्कर-ए-तैयबा के प्रमुख हाफिज सईद के भतीजे अबू कताल की पाकिस्तान में अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी। वह भारत में कई आतंकी हमलों में शामिल था, जिसमें 2023 में जम्मू-कश्मीर के रियासी में तीर्थयात्रियों की बस पर हमला शामिल है।
7. मिस्त्री जहूर इब्राहिम (1 मार्च 2022): कंधार विमान अपहरण के आरोपी मिस्त्री जहूर इब्राहिम उर्फ जमाली की कराची में अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी।
8. लाल मोहम्मद (22 सितंबर 2022): जाली भारतीय मुद्रा के कारोबार में शामिल आईएसआई ऑपरेटिव लाल मोहम्मद की नेपाल के काठमांडू में अज्ञात हमलावरों ने हत्या कर दी।
9. सैयद नूर शालोबर (4 मार्च 2023): भारत के वांछित आतंकियों की सूची में शामिल सैयद नूर शालोबर की खैबर पख्तूनख्वा इलाके में अज्ञात हमलावरों ने हत्या कर दी।
10. अदनान अहमद उर्फ हंजला अदनान (दिसंबर 2023): पंपोर में सीआरपीएफ काफिले पर हमले के मास्टरमाइंड अदनान अहमद की कराची में अज्ञात हमलावरों ने हत्या कर दी।
11. मौलाना रहीमुल्ला (नवंबर 2023): भारत विरोधी तकरीरें करने वाले मौलाना रहीमुल्ला तारिक की कराची में अज्ञात हमलावरों ने हत्या कर दी।
12. अकरम खान (9 नवंबर 2023): पूर्व लश्कर आतंकवादी अकरम खान की खैबर पख्तूनख्वा के बाजौर आदिवासी जिले में अज्ञात हमलावरों ने हत्या कर दी।
13. ख्वाजा शाहिद (5 नवंबर 2023): लश्कर-ए-तैयबा के प्रमुख सदस्य ख्वाजा शाहिद की पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में अज्ञात हमलावरों ने हत्या कर दी।
14. सुखदूल सिंह उर्फ सुक्खा दुनेके (21 सितंबर 2023): खालिस्तानी आतंकवादी सुखदूल सिंह की कनाडा के विन्निपेग में अज्ञात हमलावरों ने हत्या कर दी। वह कई अपराधों में वांटेड था और 2017 में पंजाब से कनाडा भाग गया था।
15. हरदीप सिंह निज्जर (18 जून 2023): खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की कनाडा के सरे शहर में अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी। वह भारत में आतंकवादी गतिविधियों में शामिल था।
16. अवतार सिंह खांडा (15 जून 2023): खालिस्तान लिबरेशन फोर्स के चीफ अवतार सिंह खांडा की ब्रिटेन के बर्मिंघम शहर में मौत हो गई। आशंका जताई गई कि उसे जहर दिया गया था।
भारत के लिए बड़ी जीत!
सेना के रिटायर्ड मेजर जनरल एस. पी. सिवाच का कहना है कि यदि यह सच है की Hafiz Saeed मारा गया है तो यह भारत के लिए एक बड़ी कूटनीतिक जीत होगी। Hafiz Saeed केवल 26/11 मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड नहीं था, बल्कि पुलवामा अटैक और जम्मू-कश्मीर में कई आतंकी हमलों का सूत्रधार था।
सालों से भारत Hafiz Saeed को मोस्ट वांटेड आतंकवादी घोषित कर चुका था। अमेरिका ने भी Hafiz Saeed पर 10 मिलियन डॉलर (करीब 83 करोड़ रुपये) का इनाम भी घोषित कर रखा था। पाकिस्तान ने कई बार उसे “सुरक्षा कारणों” से नजरबंद किया, लेकिन वह हमेशा पाकिस्तान की सरकार और सेना के समर्थन से खुलेआम घूमता रहा।
पाकिस्तान में खलबली, भारत में जश्न?
पाकिस्तान इस खबर को दबाने में जुटा है, लेकिन भारत में सोशल मीडिया पर लोग खुशी जाहिर कर रहे हैं। हर तरफ एक ही सवाल— क्या भारत के सबसे बड़े दुश्मन का खेल खत्म हो चुका है?
पाकिस्तान के एक्सपर्ट कमर चीमा ने बयान दिया है कि “भारत पाकिस्तान के अंदर तक घुस चुका है। भारतीय एजेंसियां हमारे सिस्टम के अंदर तक पहुंच चुकी हैं। उन्हें पता है कौन कहां है और कौन कब क्या कर रहा है!”
क्यों हो रही है इतनी गोपनीयता?
अगर Hafiz Saeed वाकई मारा गया है, तो पाकिस्तान इसे छुपाने की पूरी कोशिश कर रहा है। वजह साफ है—
- पाकिस्तान के कट्टरपंथी गुटों में विद्रोह का डर
- ISI की असफलता का खुलासा
- अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान की और किरकिरी
क्या यह वाकई अंत है?
यह पहली बार नहीं है जब Hafiz Saeed की मौत की अफवाहें उड़ी हैं। पहले भी उसकी मौत की खबरें आईं, लेकिन बाद में गलत साबित हुईं। इस बार क्या अलग है?
- इस बार घटना स्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि हमलावर बेहद प्रोफेशनल थे।
- इस बार पाकिस्तानी सरकार, ISI, और लश्कर-ए-तैयबा सभी चुप हैं।
- इस बार एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि हाफिज सईद को रावलपिंडी में मृत घोषित कर दिया गया।
“अज्ञात शहंशाह” कौन?
पाकिस्तान में कई लोग इस रहस्यमयी शख्सियत को “अज्ञात शहंशाह” कह रहे हैं। यह वह शख्स या संगठन है जो चुपचाप पाकिस्तान में घुसता है, भारत के दुश्मनों को चुन-चुन कर मारता है, और गायब हो जाता है।
पिछले कुछ सालों में ISI का अंडरकवर एजेंट मुफ्ती शाह मीर, जैश का आतंकी जहूर इब्राहिम, और हिजबुल आतंकी बशीर पीर— ये सभी इसी पैटर्न पर मारे गए हैं।
पिछले कुछ वर्षों में पाकिस्तान में भारत विरोधी आतंकवादियों की लक्षित हत्याओं के संबंध में विदेशी मीडिया ने व्यापक कवरेज किया है। इन रिपोर्टों में दावा किया गया है कि भारत की खुफिया एजेंसी, रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ), पाकिस्तान में सक्रिय आतंकवादियों को निशाना बनाने के लिए गुप्त अभियानों में शामिल रही है। हालांकि, भारत सरकार ने इन आरोपों को सख्ती से खारिज किया है, इन्हें झूठा और दुर्भावनापूर्ण बताया है।
ब्रिटिश मीडिया की रिपोर्टिंग:
ब्रिटिश अखबार ‘द गार्जियन’ ने अप्रैल 2024 में एक विस्तृत रिपोर्ट प्रकाशित की, जिसमें भारतीय और पाकिस्तानी खुफिया अधिकारियों के साथ साक्षात्कार और पाकिस्तानी जांचकर्ताओं द्वारा साझा किए गए दस्तावेजों का हवाला दिया गया। रिपोर्ट में दावा किया गया कि पुलवामा हमले के बाद, जिसमें 40 सीआरपीएफ जवान शहीद हुए थे, भारत ने राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक साहसी दृष्टिकोण अपनाया और कथित तौर पर विदेशों में अपने दुश्मनों को खत्म करने की कार्रवाई शुरू की। रिपोर्ट के अनुसार, रॉ ने 2020 से अब तक पाकिस्तान में लगभग 20 लक्षित हत्याएं की हैं।
अमेरिकी मीडिया की रिपोर्टिंग:
अमेरिकी अखबार ‘वॉशिंगटन पोस्ट’ ने जनवरी 2025 में एक रिपोर्ट प्रकाशित की, जिसमें दावा किया गया कि पाकिस्तान में एक के बाद एक आतंकवादियों की हत्या के पीछे भारत था। रिपोर्ट में कहा गया कि भारत की खुफिया एजेंसी रॉ ने पाकिस्तान के अंदर आतंकियों के खिलाफ एक गुप्त अभियान चलाया था।
पाकिस्तानी अधिकारियों की प्रतिक्रिया:
इन रिपोर्टों के बाद, पाकिस्तान के अधिकारियों ने सार्वजनिक रूप से भारत पर अपने नागरिकों की लक्षित हत्याओं में शामिल होने का आरोप लगाया। पाकिस्तान के विदेश सचिव मोहम्मद साइरस सज्जाद काजी ने दावा किया कि भारतीय एजेंटों ने सियालकोट और रावलकोट में दो पाकिस्तानी नागरिकों की हत्या की। उन्होंने कहा कि मरने वालों की पहचान शहीद लतीफ और मोहम्मद रियाज के रूप में की गई थी, जिनकी 2023 में हत्या हुई थी।
भारत सरकार की प्रतिक्रिया:
भारत ने इन आरोपों को सख्ती से खारिज किया है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस तरह के दावे झूठे और दुर्भावनापूर्ण हैं और भारत विरोधी प्रचार का हिस्सा हैं। मंत्रालय ने विदेश मंत्री एस जयशंकर के पिछले खंडन का हवाला देते हुए कहा कि अन्य देशों में लक्षित हत्याओं में भारत सरकार की कोई भूमिका नहीं है।
हालिया घटनाएं:
मार्च 2025 में, लश्कर-ए-तैयबा के प्रमुख हाफिज सईद के भतीजे, अबू कताल सिंघी, की पाकिस्तान में गोली मारकर हत्या कर दी गई। अबू कताल भारत में कई आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड था, जिसमें 2023 में जम्मू-कश्मीर के रियासी में तीर्थयात्रियों की बस पर हमला शामिल है।
निष्कर्ष:
पाकिस्तान में भारत विरोधी आतंकवादियों की लक्षित हत्याओं के बारे में विदेशी मीडिया की रिपोर्टिंग ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का ध्यान आकर्षित किया है। हालांकि, इन दावों की सत्यता पर बहस जारी है, और भारत सरकार ने लगातार इन आरोपों को खारिज किया है। यह विषय क्षेत्रीय सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों की गतिविधियों के संदर्भ में महत्वपूर्ण बना हुआ है।
अब सवाल यह है— अगला कौन?
अगर हाफिज सईद सच में मारा गया है, तो क्या अब पाकिस्तान में अन्य मोस्ट वांटेड आतंकियों की बारी है?
- क्या मसूद अजहर का भी यही हाल होगा?
- क्या दाऊद इब्राहिम भी पाकिस्तान में सुरक्षित नहीं रहा?
- क्या भारत का खुफिया तंत्र अब दुश्मनों को उनके ही घर में घुसकर खत्म कर रहा है?
अंतिम सत्य क्या होगा?
पाकिस्तान सरकार इस मामले में क्या आधिकारिक बयान देगी, यह देखने वाली बात होगी। लेकिन एक बात तो साफ है— आतंक का अंत करीब है।
भारत के सबसे बड़े दुश्मन का दर्दनाक अंत हुआ या नहीं, यह तो वक्त ही बताएगा। लेकिन अगर यह सच है, तो यह आतंकवाद के खिलाफ भारत की सबसे बड़ी जीत होगी!
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दीपक चौधरी एक अनुभवी संपादक हैं, जिन्हें पत्रकारिता में चार वर्षों का अनुभव है। वे राजनीतिक घटनाओं के विश्लेषण में विशेष दक्षता रखते हैं। उनकी लेखनी गहरी अंतर्दृष्टि और तथ्यों पर आधारित होती है, जिससे वे पाठकों को सूचित और जागरूक करते हैं।