
क्या HMPV एक गंभीर बीमारी है?’: HMPV VIRUS SYMPTOMS
HMPV VIRUS SYMPTOMS: चीन में HMPV के प्रकोप के कारण अस्पतालों में भीड़ बढ़ने और श्मशान घाटों पर अफरा-तफरी की स्थिति उत्पन्न हो रही है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में अस्पतालों में मरीजों की लंबी कतारें और श्मशान घाटों पर शवों की बढ़ती संख्या दिखाई दे रही है। इन वीडियो में लोग मास्क पहने हुए हैं और खांसते हुए नजर आ रहे हैं, जिससे स्थिति की गंभीरता का पता चलता है। आइए जानते हैं , क्या HMPV एक गंभीर बीमारी है?

ह्यूमन मेटापेन्यूमोवायरस (HMPV) एक RNA वायरस है, जो न्युमोवायरिडे परिवार से संबंधित है। इसे पहली बार 2001 में डच शोधकर्ताओं ने खोजा था।यह वायरस मुख्य रूप से श्वसन संक्रमण का कारण बनता है और खांसने या छींकने से फैलता है। संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आने से भी यह तेजी से फैल सकता है। HMPV का संक्रमण काल 3 से 5 दिनों का होता है, और यह सर्दियों और वसंत में सबसे ज्यादा पाया जाता है।
HMPV के लक्षण सामान्य सर्दी-जुकाम जैसे होते हैं, लेकिन इसके कारण गंभीर संक्रमण भी हो सकता है।14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में इसके मामलों की संख्या बढ़ रही है, जिससे स्वास्थ्य अधिकारी चिंतित हैं।HMPV वायरस के लक्षणों में खांसी, बुखार, नाक बंद होना, और सांस लेने में कठिनाई शामिल हैं।यह वायरस विशेष रूप से छोटे बच्चों, बुजुर्गों, और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले व्यक्तियों के लिए अधिक खतरनाक हो सकता है।
फिलहाल, HMPV के खिलाफ कोई वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। इसलिए, बचाव के उपायों पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है, जैसे नियमित रूप से हाथ धोना, भीड़भाड़ वाली जगहों से बचना, और मास्क पहनना। यदि आपको या आपके परिवार में किसी को HMPV के लक्षण महसूस हों, तो तुरंत चिकित्सक से परामर्श लें।
हालांकि, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और चीनी स्वास्थ्य अधिकारियों ने अभी तक HMPV के प्रकोप को महामारी घोषित नहीं किया है। WHO ने इस संबंध में कोई आपातकालीन स्थिति की घोषणा नहीं की है।
HMPV वायरस खांसने या छींकने से निकलने वाली बूंदों के माध्यम से फैलता है, जो कोविड-19 की तरह ही है। यह वायरस विशेष रूप से छोटे बच्चों, बुजुर्गों, और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले व्यक्तियों के लिए अधिक खतरनाक हो सकता है।


यदि आप या आपके आसपास के लोग HMPV के लक्षणों का अनुभव कर रहे हैं, तो तुरंत चिकित्सीय सलाह लें और आवश्यक सावधानियां बरतें।

दीपक चौधरी एक अनुभवी संपादक हैं, जिन्हें पत्रकारिता में चार वर्षों का अनुभव है। वे राजनीतिक घटनाओं के विश्लेषण में विशेष दक्षता रखते हैं। उनकी लेखनी गहरी अंतर्दृष्टि और तथ्यों पर आधारित होती है, जिससे वे पाठकों को सूचित और जागरूक करते हैं।