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Toggle6 मई 2025 के मुख्य समाचार ताज़ा खबर (Aaj ke Mukhya Samachar)
सिंधु जल संधि निलंबन: पाकिस्तानी किसान और अर्थव्यवस्था पर मंडराता खतरा
खरीफ सीजन में 21% पानी घटने की आशंका, चिनाब नदी पर भी असर
भारत द्वारा सिंधु जल संधि निलंबित करने के फैसले के बाद पाकिस्तान में कृषि संकट गहराने लगा है। सिंधु, झेलम और चिनाब नदियों के जल प्रवाह पर नियंत्रण से पाकिस्तान के पंजाब और सिंध प्रांत के करोड़ों किसान खरीफ सीजन में 21% तक पानी की कमी का सामना कर सकते हैं6। चिनाब नदी पर बगलिहार बांध के गेट बंद होने से जल प्रवाह 90% तक घट गया है, जिससे सिंचाई, पीने के पानी और बिजली उत्पादन पर सीधा असर पड़ रहा है35।
कृषि और ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर गहरा असर
पाकिस्तान की 25% जीडीपी और 45% कार्यबल कृषि पर निर्भर है, जो मुख्य रूप से सिंधु बेसिन के पानी से चलती है37। पानी की कमी से धान, कपास, गेहूं और गन्ना जैसी फसलें प्रभावित होंगी, जिससे उत्पादन गिर सकता है और ग्रामीण बेरोजगारी बढ़ सकती है37। सिंचाई संकट के चलते भूजल दोहन बढ़ेगा, जिससे जल प्रबंधन और अधिक बिगड़ सकता है3।
ऊर्जा और शहरी जीवन पर संकट
पानी की कमी से तरबेला, मंगला जैसे हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट्स की बिजली उत्पादन क्षमता 30-50% तक घट सकती है, जिससे पाकिस्तान में बिजली संकट और ब्लैकआउट की स्थिति बन सकती है4। कराची, लाहौर जैसे बड़े शहरों में पीने के पानी की किल्लत और उद्योगों पर भी असर पड़ेगा5।
निष्कर्ष
सिंधु जल संधि का निलंबन पाकिस्तान के किसानों, अर्थव्यवस्था और आम जनता के लिए बड़ा खतरा बन गया है। खरीफ सीजन में पानी की 21% तक कमी, चिनाब नदी के जल स्तर में भारी गिरावट और बिजली उत्पादन में बाधा से पाकिस्तान की कृषि, ऊर्जा और शहरी जीवन पर गहरा संकट मंडरा रहा है367।

देशभर में सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल का आयोजन, सैन्य तैयारियों की समीक्षा तेज

भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट
भारत-पाकिस्तान सीमा पर बढ़ते तनाव और हालिया पहलगाम आतंकी हमले के बाद देश में सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह अलर्ट हैं। इसी कड़ी में केंद्रीय गृह मंत्रालय (MHA) ने 7 मई को पूरे देश में सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल आयोजित करने के निर्देश दिए हैं, जो 1971 के बाद पहली बार हो रहा है457। इस मॉक ड्रिल का मकसद नागरिकों को हवाई हमले, ब्लैकआउट, निकासी योजना और आपातकालीन सुरक्षा उपायों के लिए तैयार करना है457।
सैन्य तैयारियों पर PM मोदी की उच्चस्तरीय बैठक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह और तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ बैठक कर सैन्य तैयारियों की समीक्षा की5। सूत्रों के मुताबिक, पीएम को युद्ध स्तर की तैयारियों और नागरिक सुरक्षा उपायों की जानकारी दी गई। सरकार ने सशस्त्र बलों को पूरी छूट दी है कि वे उपयुक्त समय और तरीके से जवाबी कार्रवाई कर सकें।
पंजाब में पाकिस्तानी घुसपैठिया गिरफ्तार
इसी बीच पंजाब के गुरदासपुर में सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने एक पाकिस्तानी नागरिक हुसैन को अवैध रूप से सीमा पार करते हुए गिरफ्तार किया है368910। शुरुआती जांच में उसके आतंकी लिंक नहीं मिले हैं, लेकिन सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हैं और पूछताछ जारी है।
देश की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सरकार और एजेंसियां पूरी तरह सतर्क हैं, और नागरिकों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है।
बारिश ने बदला प्लेऑफ की रेस का इतिहास-भूगोल
SRH के बाहर होने से प्लेऑफ समीकरण में बड़ा उलटफेर
आईपीएल 2025 के DC vs SRH मुकाबले में बारिश ने खेल का रुख पूरी तरह बदल दिया। दिल्ली कैपिटल्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 133 रन बनाए, लेकिन दूसरी पारी शुरू होने से पहले ही बारिश ने दस्तक दी। लंबा इंतजार हुआ, पर मैच रद्द घोषित कर दिया गया और दोनों टीमों को 1-1 अंक मिला। इस नतीजे के साथ ही सनराइजर्स हैदराबाद प्लेऑफ की रेस से बाहर हो गई, जबकि दिल्ली की उम्मीदें अब भी जिंदा हैं23।
अब बाकी टीमों के लिए क्या हैं प्लेऑफ के समीकरण?
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RCB 16 अंकों के साथ टॉप पर है, लेकिन उसे प्लेऑफ पक्का करने के लिए एक और जीत चाहिए।
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पंजाब किंग्स के 15 अंक हैं, दो जीत उसे सीधे प्लेऑफ में पहुंचा सकती हैं।
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गुजरात टाइटंस और मुंबई इंडियंस के पास भी मौके हैं, उन्हें अपने बचे मैचों में कम से कम दो जीत चाहिए।
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दिल्ली कैपिटल्स को अपने सभी बचे मुकाबलों में जीत दर्ज करनी होगी या कम से कम दो मैच जीतने होंगे, साथ ही नेट रन रेट भी सुधारना होगा।
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लखनऊ, कोलकाता जैसी टीमों के लिए अब हर मैच ‘करो या मरो’ जैसा है468।
अब प्लेऑफ की रेस में 8 टीमें बनी हुई हैं और हर मैच के साथ समीकरण बदल रहे हैं। बारिश ने जहां SRH का सफर खत्म किया, वहीं बाकी टीमों के लिए मुकाबला और भी रोमांचक हो गया है-हर जीत-हार अब इतिहास बदल सकती है।
इजरायली एयरपोर्ट पर हमले के एक दिन बाद यमन में 6 एयर स्ट्राइक, हूती ने इजरायल-US को ठहराया जिम्मेदार
हमले का क्रम और पृष्ठभूमि
इजरायल के तेल अवीव शहर में स्थित बेन गुरियन अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के पास रविवार को ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने एक बैलिस्टिक मिसाइल दागी थी। यह मिसाइल एयरपोर्ट के करीब सड़क किनारे गिरी, जिससे एक बड़ा गड्ढा बन गया और चार लोग मामूली रूप से घायल हो गए। इस हमले के बाद इजरायल ने कड़ा जवाब देने का ऐलान किया था14।
यमन पर इजरायल का पलटवार
इस हमले के अगले ही दिन, सोमवार को, इजरायली वायुसेना ने यमन के प्रमुख बंदरगाह शहर होदेदा (Hodeidah) पर कम से कम छह हवाई हमले किए। हूती समर्थित मीडिया ने दावा किया कि ये हमले इजरायल और अमेरिका की संयुक्त कार्रवाई थी। इजरायल ने अभी तक इन हमलों पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन अमेरिकी और इजरायली अधिकारियों ने सूत्रों के हवाले से इसकी पुष्टि की है12।
हूती की प्रतिक्रिया और आरोप
हूती विद्रोहियों ने इजरायल और अमेरिका पर इन हवाई हमलों की जिम्मेदारी ठहराई है। उनका कहना है कि ये हमले उनके गाजा में हमास के समर्थन में किए गए कार्यों के लिए सजा के तौर पर किए गए हैं। हूती गुट ने पहले भी इजरायल पर कई मिसाइल और ड्रोन हमले किए हैं, जिनमें से ज्यादातर को इजरायल की डिफेंस प्रणाली ने रोक दिया था14।
क्षेत्रीय अस्थिरता और भविष्य की आशंकाएं
इस घटनाक्रम से पूरे मध्य पूर्व क्षेत्र में तनाव और बढ़ गया है। हूती विद्रोहियों ने कहा है कि वे इजरायल पर एक बार नहीं, बल्कि कई बार हमला करेंगे। वहीं, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हूतियों को चेतावनी देते हुए कहा कि वे ऐसे किसी भी हमले का करारा जवाब देंगे45।
रूस ने तोड़ा अमेरिका और यूरोप का घमंड: 170 से ज्यादा ड्रोन-मिसाइलों को मार गिराया
यूक्रेन-रूस युद्ध में नया मोड़, रूसी एयर डिफेंस की बड़ी सफलता
हमले का सारांश: क्या हुआ?
विक्ट्री डे से कुछ दिन पहले यूक्रेन ने रूस के क्रीमिया और सीमावर्ती इलाकों पर बड़ा हमला किया। सात घंटे के भीतर यूक्रेनी सेना और उसके सहयोगी देशों ने 170 से अधिक ड्रोन और 10 से ज्यादा मिसाइलें दागीं। ये हथियार अमेरिका और यूरोपीय देशों से प्राप्त किए गए थे, जो यूक्रेन को सैन्य सहायता प्रदान कर रहे हैं12।
रूसी एयर डिफेंस की कमाली कार्रवाई
रूसी रक्षा मंत्रालय ने दावा किया कि उसकी वायु रक्षा इकाइयों ने इन सभी ड्रोन और मिसाइलों को मार गिराया। हमले के दौरान क्रीमिया, क्रास्नोडार, रोस्तोव, ब्रायंस्क और कुर्स्क क्षेत्रों में रूसी सैन्य बलों ने यूक्रेनी ड्रोन और मिसाइलों को नष्ट किया। काला सागर के ऊपर ब्रिटेन द्वारा आपूर्ति की गई आठ ‘स्टॉर्म शैडो’ क्रूज मिसाइलें और यूक्रेन द्वारा विकसित तीन नेप्च्यून-एमडी मिसाइलें भी रूसी सेना के निशाने पर आईं12।
स्थानीय आबादी और सुरक्षा पर असर
हालांकि रूस ने सभी हमले नाकाम कर दिए, लेकिन ड्रोन के गिरे मलबे के कारण रोस्तोव के त्सेलिना गांव में एक घर की छत पर आग लग गई, जिसमें दो वयस्क और दो बच्चों की जान चली गई। यह घटना दर्शाती है कि युद्ध का असर अब सिर्फ सैन्य बलों पर नहीं, बल्कि आम नागरिकों पर भी हो रहा है12।
भू-राजनीतिक प्रभाव और मीडिया की चर्चा
इस हमले के बाद अमेरिका ने स्पष्ट किया कि वह युद्ध में सीधी भागीदारी से दूर हो रहा है और अब सैन्य सहायता के बजाय आर्थिक सहयोग की दिशा में आगे बढ़ रहा है। मीडिया में रूसी एयर डिफेंस की सफलता, यूक्रेनी आक्रामकता, अमेरिकी भूमिका, और नागरिक हताहतों को लेकर व्यापक चर्चा हो रही है2।
भोपाल लव जिहाद मामला: जांच, सवाल और समाज
भोपाल के एक प्राइवेट कॉलेज में हुए लव जिहाद और गैंगरेप केस ने पूरे शहर को हिला दिया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए राज्य सरकार ने एसआईटी गठित की है, जिसकी अगुवाई भोपाल देहात आईजी कर रहे हैं। साथ ही, राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम भी भोपाल पहुंच चुकी है, जो पीड़िताओं, उनके परिवार, शिक्षकों और सिक्योरिटी से बातचीत कर रही है। टीम ने कॉलेज और 90 क्लब जैसे स्थानों का भी दौरा किया है, जहां आरोपियों ने कथित तौर पर खर्च किया था34।
जांच के नए आयाम: फंडिंग, धर्मांतरण, ब्लैकमेलिंग
जांच में सामने आया है कि आरोपियों के पास महंगी बाइक, कार और क्लब में खर्च करने की क्षमता थी, जबकि उनकी आर्थिक पृष्ठभूमि कमजोर थी। पुलिस अब उनकी फंडिंग ट्रेस कर रही है। आरोपियों पर छात्राओं को प्रेम जाल में फंसाकर दुष्कर्म, ब्लैकमेलिंग और धर्मांतरण के लिए दबाव बनाने के आरोप हैं। पीड़िताओं ने आरोप लगाया है कि उन्हें अन्य लड़कियों को फंसाने के लिए मजबूर किया जा रहा था24।
समाज और धर्म की बहस: क्या कहते हैं शहर के काजी?
इस मामले को लेकर शहर के काजी ने स्पष्ट किया कि “इस्लाम में लव जिहाद जैसी कोई अवधारणा नहीं है। इसे सवाब या पुण्य बताने वाले को सजा मिलनी चाहिए।” उन्होंने कहा कि किसी भी धर्म में ऐसी गलत प्रथाओं को बढ़ावा देना गलत है और ऐसे अपराधों के लिए कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
सख्त कार्रवाई की मांग
मामला अब राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग तक पहुंच गया है। सामाजिक संगठन और पीड़ित परिवारों ने सख्त कार्रवाई की मांग की है। सरकार और प्रशासन भी इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं और जांच के हर पहलू की छानबीन कर रहे हैं13।
निफ्टी डेली चार्ट में इनसाइड बार पैटर्न: 24,400 का स्तर क्यों है महत्वपूर्ण?
सोमवार को निफ्टी 50 के डेली चार्ट में इनसाइड बार कैंडलस्टिक पैटर्न बना, जो बाजार में कंसोलिडेशन और अगले बड़े मूव की संभावना को इंगित करता है। यह पैटर्न तब बनता है जब कैंडल का हाई और लो दोनों पिछली कैंडल के हाई-लो के भीतर ही रहते हैं, जिससे बाजार में अस्थिरता और निर्णायकता की संभावना बढ़ जाती है।
24,400: अहम सपोर्ट और गिरावट का ट्रिगर
निफ्टी ने 24,400 के स्तर को अपना निकटतम सपोर्ट बनाया है। चार्ट विश्लेषकों के अनुसार, अगर निफ्टी इस स्तर को तोड़कर नीचे बंद होता है, तो बाजार में 200 अंक तक की तेज गिरावट (कॉरेक्शन) आ सकती है और इंडेक्स 24,200 के स्तर तक जा सकता है5। यह सपोर्ट लेवल इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यहां पर भारी मात्रा में ओपन इंटरेस्ट (OI) जमा है, जो इसे एक मजबूत सपोर्ट जोन बनाता है6।
उच्च स्तर पर दबाव, ओवरबॉट संकेतक
निफ्टी लगातार पांचवें सेशन में बढ़त दर्ज कर चुका है और मोमेंटम इंडिकेटर (RSI) 66 के करीब पहुंच चुका है, जो ओवरबॉट जोन का संकेत देता है। इसके अलावा, वोलैटिलिटी भी बढ़ी हुई है, जिससे निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह दी जाती है5।
निफ्टी के लिए आगे की रणनीति
ट्रेडर्स को 24,400 के सपोर्ट और 24,589 के रेजिस्टेंस लेवल पर नजर रखनी चाहिए। 24,400 के नीचे ब्रेकडाउन होने पर गिरावट की संभावना है, जबकि 24,589 के ऊपर ब्रेकआउट होने पर इंडेक्स 24,700-24,800 के स्तर तक जा सकता है5। बाजार में सेक्टोरल रोटेशन और स्टॉक स्पेसिफिक एक्शन भी निफ्टी की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।
निष्कर्ष: निफ्टी के लिए 24,400 का स्तर एक महत्वपूर्ण टर्निंग पॉइंट है। ट्रेडर्स और निवेशकों को प्राइस एक्शन, वोलैटिलिटी और टेक्निकल इंडिकेटर्स पर करीबी नजर रखनी चाहिए।

दीपक चौधरी एक अनुभवी संपादक हैं, जिन्हें पत्रकारिता में चार वर्षों का अनुभव है। वे राजनीतिक घटनाओं के विश्लेषण में विशेष दक्षता रखते हैं। उनकी लेखनी गहरी अंतर्दृष्टि और तथ्यों पर आधारित होती है, जिससे वे पाठकों को सूचित और जागरूक करते हैं।